कानपुर (ब्यूरो) बीते पांच सालों में यूपी की राजधानी लखनऊ, प्रयागराज और कानपुर लगातार आतंकी संगठनों के निशाने पर हैं। इन जिलों में आतंकी संगठनों के मूवमेंट को मुंहतोड़ जवाब दिया गया है। संगठन के कई सक्रिय सदस्य पकड़े भी गए हैं। इस बार जिस संगठन ने धमकी भरी मेल की जिम्मेदारी ली है वह यूपी में एक्विट है। इस संगठन गजवात-उल-हिंद का चीफ उमर हलमंडी की लोकेशन भी यूपी में ही मिलती रही है। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि इस धमकी को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है, लिहाजा इन जिलों में विशेष सतर्कता जारी की गई है।

एनआईए, एटीएस कर रही सुरागरसी
सुरक्षा एजेंसी से मिली जानकारी के मुताबिक इन जिलों में चुनाव के दौरान मूवमेंट की जानकारी करने के लिए एनआईए और एटीएस को भी एक्टिव किया गया है। जिले में सर्विलांस टीम के अलावा उन टीमों को भी एक्टिव किया गया है जिनकी वजह से इंडियन मुजाहिद्दीन का मॉड्यूल गजवात-उल-हिंद बस्र्ट हुआ था। हालांकि इन एजेंसियों से जुड़े लोगों की मानें तो इस मॉड्यूल के गुर्गे अभी भी एक्टिव हैैं और अपने संगठन के लिए पूरी वफादारी से काम कर रहे हैैं। एजेंसी के सूत्र बताते हैैं कि इन संगठनों से जुड़े लोगों को चुनाव के दौरान बड़ी अहम जिम्मेदारियां दी जाती हैं। संगठनों के गुर्गों के फोन नंबरों को भी सर्विलांस पर लिया गया है। इनके पल पल के मूवमेंट पर नजर है।