कानपुर (ब्यूरो) चकेरी के सफीपुर में संडे रात मुफ्त में गोलगप्पे न खिलाने पर इलाके के दबंगों ने दुकानदार को बेरहमी से पीट दिया। घटना के बाद पीडि़त घर गया। जहां पर देर रात उसकी हालत बिगड़ी। परिजन उसे लेकर अस्पताल गये। जहां इलाज के दौरान दुकानदार की मौत हो गई। घटना के बाद मौके पर पुलिस पहुंची और जांच पड़ताल की। परिजनों ने दबंग समेत उसके साथियों के खिलाफ तहरीर दी है।

ठेला लेकर लौट रहे थे
मूल रूप से कानपुर देहात के मूसानगर निवासी 40 साल के प्रेमचन्द्र निषाद पत्नी शशि देवी, 14 साल का बेटा अनुज, 11 साल की बेटी मानसी, 7 साल की बेटी प्रियांशी और 4 साल की बेटी दिव्यांशी के साथ रहते थे। वे पिछले 15 सालों से सफीपुर में कैलाश चन्द्र के मकान पर किराये पर रहते थे और ठेले पर गोलगप्पे बेचते थे। परिजनों ने बताया कि संडे की रात को वह ठेला लेकर वापस लौट रहे थे।

मना करने पर बौखलाया
सफीपुर मोड़ के पास इलाके का दबंग अपने चार साथियों के साथ नशे की हालत में खड़ा था। प्रेमचन्द्र वहां से निकल रहे थे। तभी आरोपी ने उन्हें रोका और मुफ्त में गोलगप्पे खिलाने को कहा। प्रेमचन्द्र ने मना किया तो आरोपियों ने गाली गलौज शुरू कर दी। विरोध करने पर आरोपियों ने बुरी तरह से उन्हें मारापीटा। लोगों के बचाव करने के बाद प्रेमचन्द्र ठेला लेकर घर पहुंचे और पत्नी शशि देवी को घटना बताई।

पीएम रिपोर्ट का इंतजार
देर रात प्रेमचन्द्र की हालत बिगडऩे लगी। इस पर परिजन उन्हें निजी अस्पताल से लेकर उर्सला तक गये। जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सोमवार को घटना की जानकारी होने पर मौके पर पुलिस पहुंची और जांच पड़ताल की। प्रेमचन्द्र से परिजनों ने दबंग समेत उसके साथियों पर हत्या का आरोप लगाया। थाना प्रभारी अशोक दुबे ने बताया कि परिजनों की ओर से तहरीर दी गई है। फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद आगे कार्रवाई की जाएगी।