- मानव तस्करों ने अच्छी नौकरी के नाम पर खाड़ी देशों में भेजा था

kanpur : मानव तस्करों के चंगुल में फंसकर ओमान गईं छह महिलाओं की वतन वापसी का रास्ता साफ हो गया है। मंडे को उनकी कोरोना जांच हुई है। 28 जुलाई को वे फ्लाइट से भारत आएंगी। साथ ही ओमान में इंडियन एम्बेसी उन्नाव की दो महिलाओं को भी जल्द वापस भेजने की तैयारी कर रही है।

अच्छी नौकरी का झांसा देकर भेजा

अच्छी नौकरी का झांसा देकर मानव तस्कर तमाम महिलाओं को ओमान, कुवैत, सऊदी अरब और अन्य खाड़ी देशों में भेज रहे हैं। कुछ महिलाएं तो वहां ठीक तरह से रह रही हैं, लेकिन कई को खाड़ी देशों की सर्वेंट एजेंसियों की ओर से बंधक बनाकर नौकरी कराई जा रही है। कानपुर, उन्नाव के साथ पंजाब, चेन्नई, गोवा आदि राज्यों की करीब दो दर्जन महिलाएं पिछले एक साल में ओमान गईं, जिनसे श्रीलंकाई मूल की सर्वेंट एजेंसी संचालक आयशा जबरन शेखों के घरों पर काम करा रही है।

वायस मैसेज से लगाई गुहार

पीडि़त परिवारों को जानकारी मिली तो उन्होंने मुकदमे दर्ज कराए। जिस पर क्राइम ब्रांच ने जांच के बाद इसी वर्ष अप्रैल व मई में चार महिलाओं को मुक्त कराया था। एक महिला उन्नाव, एक बेकनगंज की और दो पंजाब की रहने वाली थीं। इसके बाद चेन्नई, उन्नाव व बेकनगंज की चार और महिलाओं ने भी डीसीपी क्राइम को वायस मैसेज भेजकर भारत बुलाने की गुहार लगाई थी। जिस पर भारतीय दूतावास को महिलाओं का ब्योरा भेजा गया था।

''पिछले महीने उन्नाव व चेन्नई की महिलाओं से बात करने के बाद ओमान के भारतीय दूतावास ने वहां फंसी आठ महिलाओं को मुक्त कराया है। अब चेन्नई की छह महिलाओं को वापस भारत भेजा जा रहा है.''

सलमान ताज पाटिल, डीसीपी क्राइम