कानपुर (ब्यूरो) उन्होंने बताया कि स्लीप अलर्ट डिवाइस से लैस एसी व नॉन एसी बसें पब्लिक को जल्द ही सड़कों पर चलती दिखाई देंगी। उन्होंने बताया कि फस्र्ट फेस में यह डिवाइस यूपी रोडवेज की एसी बसों में लगाई जाएंगी। इसके बाद सेकेंड फेस में यह डिवाइस नॉन एसी बसों में लगाई जाएगी। उन्होंने बताया कि डिवाइस लगने के बाद मैनुअल गलती से होने वाले एक्सीडेंट में 90 परसेंट तक अंकुश लगा सकेगा।

मेंटीनेंस में लापरवाही नहीं
डीजे आई नेक्स्ट से बातचीत के दौरान रोडवेज एमडी ने बताया कि बसों के मेंटीनेंस को लेकर अक्सर सवाल उठते हैं। इसके समाधान के लिए बीते दिनों ही सभी डिपो व वर्कशाप को मेंटीनेंस में किसी प्रकार की लापरवाही न बरते के आदेश दिए गए हैं। इसके अलावा बस का कोई पाटर््स खराब होने पर उसको जुगाड़ टेक्नोलॉजी यूज न कर उसे तत्काल रिप्लेस करने का आदेश दिया है। जिससे बस जर्नी के दौरान रास्ते में खड़ी न हो।

एक्सपर्ट ड्राइवर्स को ही मिलेगी बस
रोडवेज डिपार्टमेंट के एमडी आरपी सिंह ने बताया कि बसों के एक्सीडेंट पर अंकुश लगाने के लिए ड्राइवर्स को थ्री डी सेमुलेटर में ट्रेनिंग दी जा रही है। अभी यह ट्रेनिंग छोटी-छोटी टीम बनाकर दी जा रही है। जल्द ही ट्रेनिंग शेड््यूल तैयार कर बड़ी संख्या में ड्राइविंग को ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके साथ ही उनको मानसिक व हेल्थ चेकअप भी कराया जाएगा। हेल्थ व ट्रेनिंग में फेल होने वाले ड्राइवर्स को डिपार्टमेंट में तैनात कर अन्य कार्य लिए जाएंगे। ट्रेनिंग व हेल्थ से पूरी तरह से फिट होने वाले ड्राइवर्स को ही बसें चलाने को दिया जाएगा।

पुरानी बसों को किया जाएगा रिटायर्ड
रोडवेज अधिकारियों ने बताया कि कानपुर समेत यूपी की विभिन्न डिपो की निर्धारित किमी चल चुकी बसों को रिटायर्ड कर दिया जाएगा। इस बसों को रूट में नहीं भेजा जाएगा। अधिकारियों को दिशानिर्देश देकर कानपुर समेत यूपी में कंडम हो चुकी बसों को चिन्हित कर उनकी डिटेल मांगी गई है। लिस्ट के आते ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

आंकड़े
1 हजार बसें कानपुर रीजन में
30 हजार से अधिक पैसेंजर्स डेली इन बसों में करता सफर
30 एसी जनरथ बसें कानपुर में
2 माह के अंदर सभी बसें स्लीप अलर्ट डिवाइस से लैस हो जाएंगी
10 लाख किमी चल चुकी बसों को रिटायर्ड कर दिया जाएगा

रोडवेज बसों के एक्सीडेंट में पूरी तरह से अंकुश लगाने के लिए बसों में स्लीप अलर्ट डिवाइस लगाई जा रही है। इसके अलावा भी कई सख्त कदम उठाए गए है। बसों के ड्राइवर्स को थ्री डी सेमुलेटर से ट्रेनिंग देकर एक्सपर्ट बनाया जा रहा है।
आरपी सिंह, एमडी रोडवेज, यूपी