कानपुर (ब्यूरो) । स्कूल व्हीकल्स से हो रहे हादसों को देखते हुए शासन के निर्देश पर कमिश्नरेट पुलिस ने बच्चों की सुरक्षा का ब्लू प्रिंट तैयार किया है। इसके तहत पहले के नियमों तो सख्ती से पालन कराया जाएगा। साथ ही नए नियम भी अमल में लाए जाएंगे। डीसीपी ट्रैफिक ने चार जोनों में चार ट्रैफिक स्पेशल स्क्वॉयड बनाए हैैं, स्कूल खुलने और छुट्टïी के समय मूवमेंट पर रहेंगे। स्क्वॉयड में तैनात पुलिसकर्मी स्कूलों के पास से जाम हटवाएंगे। वहीं, बेतरतीब खड़े वाहनों को भी व्यवस्थित करेंगे। इसके अलावा स्कूल व्हीकल ड्राइवर्स की मॉनीटरिंग भी करेंगे।


अब हो सकेगी कार्रवाई
डीसीपी ट्रैफिक ने बताया कि बच्चे चाहे स्कूली वाहन से जाए या प्राइवेट वाहन से। व्हीकल ओनर्स पूरे साल का पैसा जमा करा लेते हैैं। कार्रवाई के दौरान सबसे बड़ी समस्या यही आती है कि बच्चा कैसे स्कूल आएगा। इसका एडजस्टमेंट स्कूल मैनेजमेंट करेगा। अगर व्हीकल स्कूल का नहीं है तो उसकी जिम्मेदारी पेरेंटे्स की होगी। ऐसे में कार्रवाई करने में कोई परेशानी नहीं होगी।


इस तरह से बनाया गया ब्लू प्रिंट
पुलिस अधिकारियों की माने तो डॉयल-112 और बीट पुलिसकर्मी अपने एरिया के स्कूल मैनेजमेंट से कांटेक्ट करेंगे। जानकारी लेंगे कि बच्चा कौन से व्हीकल से स्कूल आता है। व्हीकल चाहे स्कूल का हो या प्राइवेट, सभी ड्राइवर्स की कुंडली तैयार की जाएगी। चरित्रहीन और शराब पीकर व्हीकल चलाने वाले ड्राइवर्स को हटाया जाएगा।

बनाई जाएगी लिस्ट
स्कूली वाहनों को ड्राइवर्स को निकालने और उनके खिलाफ कार्रवाई करने की जिम्मेदारी स्कूल प्रबंधन की होगी, जबकि निजी वाहनों के ड्राइवर्स को रोकने की जिम्मेदारी पुलिस की होगी। न सिर्फ इनकी लिस्ट बनाई जाएगी बल्कि गलत पाए जाने पर थाना स्तर पर कार्रवाई भी होगी। वहीं, ई रिक्शा और ऑटो चालकों पर भी कड़ी नजर रखी जाएगी।

नाबालिग चलाते मिले तो सीज होगा व्हीकल
डीसीपी ने बताया कि अगर नाबालिग ई-रिक्शा और ऑटो चलाता मिलेगा तो ïउसका वाहन सीज किया जाएगा। साथ ही आरटीओ से भी उसके खिलाफ कार्रवाई कराने की संस्तुति की जाएगी। नाबालिग ड्राइवर्स के फैमिली मेंबर्स के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वहीं, रैश ड्रइविंग करने वाले ड्राइवर्स को ब्लैक लिस्ट किया जाएगा।