- चार स्ट्रीम और 35 सब्जेक्ट के कोर्स बदले

- 70 परसेंट कोर्स में बदलाव किया गया है

KANPUR: फीडबैक के आधार पर सीएसजेएम यूनिवर्सिटी का सिलेबस बदला गया है। फिलहाल 4 स्ट्रीम और 35 सब्जेक्ट का सिलेबस बदला गया है। सेशन 2021-22 में लागू किए जाने के लिए मिनिमम सिलेबस के तहत शासन ने बीकॉम, बीएड, बीबीए व बैचलर ऑफ लाइब्रेरी साइंस 'बीएलआइएस' के 70 परसेंट कोर्स में बदलाव कर दिया है। इसके अलावा ¨हदी, इंग्लिश, मैथ्स समेत 35 विषयों के कोर्स भी बदल दिए गए हैं। कोर्स में बदलाव को लेकर यूनिवर्सिटी की भागीदारी 30 परसेंट तय की गई है।

416 फीडबैक आए

गौरतलब है कि कोर्स में बदलाव के लिए शासन ने विषय विशेषज्ञों व शिक्षकों से सुझाव मांगे थे। इसके लिए 416 फीडबैक आए जिसमें से 25 परसेंट फीडबैक को सब्जेक्ट एक्सपर्ट ने सिलेबस निर्धारण समिति में चर्चा करने के बाद नए कोर्स डिजाइन किए हैं। वाइस चांसलर प्रो। विनय पाठक ने इसके संकेत पहले ही दे दिए थे। उन्होंने बताया था कि नए सत्र में बड़े पैमाने पर स्नातक, स्नातकोत्तर व प्रोफेशनल कोर्स में बदलाव करने के लिए जल्द ही बोर्ड ऑफ स्टडीज की बैठक किए जाएगी।

बोर्ड ऑफ स्टडीज में

इस मामले में नई शिक्षा नीति की स्टेय¨रग कमेटी में सदस्य प्रो। अंशु यादव ने बताया कि जो कोर्स विश्वविद्यालय व डिग्री कॉलेज में संचालित हैं उनमें बदलाव करने के लिए उन्हें बोर्ड ऑफ स्टडीज में ले जाया जाएगा। शासन ने 15 मई तक यूनिवर्सिटी को बोर्ड ऑफ स्टडीज बुलाकर संशोधन करने के निर्देश दिए हैं।

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उद्योग से जुड़े 4 कोर्स

यूपी सेल्फ फाइनेंस महाविद्यालय एसोसिएशन के अध्यक्ष विनय त्रिवेदी ने बताया कि बदले गए कोर्स के तहत बीए, बीएससी व बीकॉम में सेमेस्टर प्रणाली लागू की जाएगी जिससे छात्रों को कॉलेज से निकलने के साथ ही नौकरी व स्वरोजगार के अवसर मिलने लगेंगे। इसमें पहले दो वर्ष यानि चार सेमेस्टर में प्रत्येक सेमेस्टर के दौरान एक-एक रोजगारपरक कोर्स रखा जाएगा। इसके अलावा पहली बार 25 फीसद इंटरनल वैल्यूशन भी किया जाएगा जबकि 75 फीसद का दूसरा भाग रिटेन एग्जाम का होगा जबकि छात्र तीन मुख्य विषय 'मेजर' व एक अन्य विषय 'माइनर' ले सकेंगे। तीन मुख्य विषयों में दो अपने संकाय के विषय लेने के साथ उन्हें एक दूसरे संकाय के विषय ले सकते हैं। रोजगारपरक कोर्स के लिए पॉलीटेक्निक, आईटीआई व एमएसएमई के साथ समझौता किया जाएगा। यह समझौता यूनिवर्सिटी करेगी। क्लासेस में पढ़ने के साथ छात्र 20 फीसद कोर्स ऑनलाइन भी कर सकेंगे।