- धरना देकर शिक्षक नेताओं ने विभाग की पोल खोली

- गलत कामों पर डीआईओएस का वरदहस्त होने का लगाया आरोप

FATEHPUR: जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ माध्यमिक शिक्षक संघ के नेता जमकर बरसे। कहाकि कर्मचारियों से उगाही बिना काम नहीं होता है। अधिकारी के संज्ञान में मामला डालने के बाद भी कार्रवाई नहीं की जाती है।

संघ के प्रदेश महामंत्री लवकुश कुमार मिश्र की अगुवाई में शुक्रवार को धरना दिया गया। भ्रष्टाचार बंद करो, रिश्वतखोरी नहीं चलेगी आदि नारे लगाकर गुस्से का इजहार किया। प्रदेश महामंत्री श्री मिश्र ने आरोप लगाया कि कार्यालय भ्रष्टाचार के आकंठ तक डूबा हुआ है। वित्तविहीन व्यवस्था में जो विद्यालय में पढ़ा रहा है। उसका नाम न दर्ज कर अन्य के नाम दर्ज किए जा रहे हैं। राजाज्ञा के अनुसार व्यवसायिक शिक्षकों को क्0 माह का मानदेय न देकर सात से आठ माह का दिया जा रहा है। अध्यक्ष करुणा शंकर मिश्र , मंत्री शैलेंद्र सिंह ने कहाकि मूल्यांकन का अनुदान होने के बाद भी विभाग उदासीन रवैया अपनाए रहा। आज तक परीक्षकों के खाते में रुपया नहीं गया। गांधी इंका जहानाबाद के सेवानिवृत्त शिक्षक करूणा शंकर मिश्र का चार माह का वेतन अभी तक प्राप्त नहीं हुआ। रनूपुर इंका के दलित शिक्षक शिव प्रसाद का जीपीएफ डीडीआर के आदेश के बाद नहीं दिया जा रहा है। धरने में केसी तिवारी, राजेंद्र शुक्ल, शिव सिंह, वीरेश तोमर, बलवीर सिंह, शिव शंकर लाल सचान, अलाउद्दीन, परशुराम यादव, श्याम नारायण बाजपेयी, वीएन मिश्र, पंकज त्रिपाठी, राम प्रकाश शुक्ल, सीतारमण, महेंद्र सिंह आदि रहे।