-जरीब चौकी चौराहे के आसपास पुलिस की सांठ-गांठ से फुटपाथ में सजती हैं दुकानें

-टायर दुकानदारों की मनमानी पब्लिक पर पड़ रही है भारी, राहगीर होते हैं परेशान

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KANPUR : जरीब चौकी चौराहे के आसपास पुलिस और टायर कंपनियों के शोरूम ओनर्स की मिलीभगत ने पब्लिक की जान आफत में डाल दी है। टायर दुकानदार आधी से ज्यादा रोड को घेरकर मुनाफा कमा रहे हैं और राहगीरों को जाम और मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है। पुलिस रिकॉर्ड की मानें तो एक साल में करीब 126 एक्सीडेंट जरीब चौकी चौराहे से 100 मीटर की दूरी पर हो चुके हैं। इन एक्सीडेंट्स की सबसे बड़ी वजह है चौराहे से 100 मीटर की दूरी के एरिया में फैली अनियमितता। ऐसी स्थिति में सिटी के सबसे बिजी चौराहों में से एक जरीब चौकी चौराहा अब लोगों के लिए जानलेवा बन गया है।

आधी रोड हो गई गायब

किदवई नगर निवासी विनोद मेहता के मुताबिक पुलिस की सांठ-गांठ से जरीब चौकी के आसपास फुटपाथों पर सजी टायर की दुकानों की वजह से आधी से ज्यादा रोड गायब हो चुकी है। साकेत नगर निवासी विनय कपूर के मुताबिक फुटपाथ पर अवैध कब्जे की वजह से चौराहे पर दिनभर टै्रफिक जाम की स्थिति बनी रहती है। गोविंद नगर निवासी विनोद चावला कहते हैं कि जरीब चौकी चौराहे के एक तरफ टायर शोरूम संचालकों ने कब्जा कर रखा है तो दूसरी तरफ होटल व ठेले वालों ने, अवैध कब्जेदारों ने वहां फुटपाथ का वजूद ही खत्म कर दिया है। अब ऐसी स्थिति में जाम लगना तो लाजिमी है, लेकिन पुलिस इस ओर ध्यान क्यों नहीं देती है ये बड़ा सवाल है?

कई जिंदगियां चढ़ चुकी हैं भेंट

जरीब चौकी चौराहे के आसपास खराब स्थिति की वजह से कई जिंदगियां उसकी भेंट चढ़ चुकी हैं। कालपी रोड और जीटी रोड दोनों के यहां मिलने की वजह से दिनभर यहां ट्रकों की धमाचौकड़ी रहती है, लेकिन रोड बहुत संकरी होने की वजह से अक्सर एक्सीडेंट्स होते हैं।

क्यों नाटकीय ढंग से चलता अभियान?

फुटपाथों में काबिज स्थानीय दुकानदारों के खिलाफ पब्लिक के ज्यादा हो हल्ला कटने के बाद ट्रैफिक विभाग और नगर निगम का दलबल अभियान तो चलता है, लेकिन सिर्फ दिखावे के लिए। इस अभियान में कभी भी कब्जेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं की जाती है। इसका खामियाजा पब्लिक को भुगतना पड़ रहा है। अभियान के कुछ घंटों के बाद ही फिर से स्थिति जस की तस हो जाती है।

ई-रिक्शों ने बढ़ाई समस्या

जहां एक तरफ स्थानीय दुकानदारों ने फुटपाथों पर कब्जा कर रखा है। वहीं दूसरी ओर ई-रिक्शा चालकों की अराजकता ने कानपुराइट्स का दर्द और बढ़ा दिया है। ई-रिक्शा चालकों ने सड़क के बीच पर वाहन खड़ा कर सवारी बैठाने की वजह से चंद मिनट में ही उसके पीछे वाहनों की लंबी कतार लग जाती है। ई-रिक्शा चालकों ने जरीब चौकी के एक किनारे को स्टैंड बना लिया है। जिससे लोगों को जबरदस्त प्रॉब्लम का सामना करना पड़ता है। पुलिसकर्मी ई-रिक्शा वालों से पैसे ले लेते हैं, जिसके बाद उनको चौराहे पर मनमानी की छूट मिल जाती है।

स्थानीय पुलिस के सहयोग से कब्जा

जरीब चौकी चौराहे के पास रहने वाले लोगों की मानें तो फुटपाथों पर कब्जा स्थानीय पुलिस के सहयोग से होता है। जिनका फुटपाथ पर कब्जा करने वाले प्रत्येक दुकानदारों से हफ्ता बंधा हुआ है। इसके चलते वह कभी फुटपाथ पर काबिज कब्जेदारों को छूते तक नहीं हैं। इसकी वसूली दुकानदार ग्राहकों से करते हैं।

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लोगों से बातचीत, फोटो के साथ

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फुटपाथ को खाली कराने के लिए ट्रैफिक व स्थानीय पुलिस को मिलकर अभियान चलाना चाहिए, जिससे जरीब चौकी चौराहे के आसपास स्थिति सही हो सके।

-राज कटियार, काकादेव

प्रशासनिक अधिकारियों की सख्ती के बिना शहर का फुटपाथ कभी खाली ही नहीं हो सकता है। अधिकारियों को इसके लिए कोई सख्त कदम उठाना होगा। जरीब चौकी चौराहे के आसपास तो बहुत बुरा हाल है।

-शिव प्रकाश, राजापुरवा सर्वोदय नगर

पुलिस द्वारा फुटपाथों से खाली कराए गए कब्जों में दोबारा स्थानीय दुकानदारों के काबिज होने पर पुलिस को उनसे अधिक जुर्माना वसूलना चाहिए। लेकिन वो तो सिर्फ काम चलाऊ काम ही करते हैं।

-विवेक पाल, काकादेव

फुटपाथों पर कब्जा होने पर सबसे अधिक प्रॉब्लम पैदल चलने वाली महिलाओं को होती है। फुटपाथों पर कब्जा होने पर उनको कई असुविधाओं का सामना करना पड़ता है। जिससे अक्सर पब्लिक को नुकसान उठाना पड़ता है।

-रामबाबू, किदवईनगर

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कानपुर कॉलिंग

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प्रश्न-शहर के किसी चौराहे के आसपास फैली अव्यवस्था की जानकारी अगर आपके पास है तो हमें बताएं? अगर ट्रैफिक से रिलेटेड कोई वीडियो है तो हमसे शेयर करें।

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ऐसा कोई दिन नहीं होता होगा, जब जरीब चौकी चौराहे पर एक्सीडेंट न हो। मैंने तो चौराहे से निकलना ही बंद कर दिया है। मैं गुमटी से होकर जाता हूं।

-विनोद कुमार, दर्शनपुरवा

जरीब चौकी चौराहा पब्लिक के लिए जानलेवा बन गया है। यहां आए दिन एक्सीडेंट्स होते हैं। टायर की दुकानों को यहां से हटाने की जरूरत है।

-राकेश मिश्रा, पी रोड

टायर दुकानदार पब्लिक के साथ अभद्रता करते हैं। रोड पर अवैध कब्जे करते हैं, लेकिन पुलिस इनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं करती है।

-अमित वर्मा, नयागंज

पब्लिक की समस्या का समाधान पुलिस को करना चाहिए लेकिन जरीब चौकी के आसपास तो पुलिस को सिर्फ अपने सुविधा शुल्क से मतलब है।

-मनोज मिश्ा, रावतपुर

टायर दुकानदारों के कब्जे नगर निगम को क्यों नहीं दिखते हैं। पूरे शहर में अभियान चलाया जाता है, लेकिन यहां क्यों नहीं? ये शहर की जनता जानना चाहती है।

-विकास दुबे, जरीब चौकी