- बेटी ने कहा इंसाफ नहीं कर रही पुलिस, दिखावा तो कर देती

- पुलिस ने बताई रिमांड न लेने की वजह

KANPUR : बसपा नेता ¨पटू सेंगर हत्याकांड में विवादित चार्जशीट लगाने के बाद एक बार फिर पुलिस विवादों में आ गई है। इस बार अख्तर भाइयों को रिमांड पर लेकर पूछताछ न करने पर पुलिस पर निशाना साधा गया है। दिवंगत ¨पटू सेंगर की बेटी ने पुलिस द्वारा रिमांड न लेने पर आरोप लगाया है कि इस कदम से स्पष्ट हो गया है कि पुलिस इंसाफ देना तो दूर इंसाफ करने का दिखावा तक नहीं करना चाहती।

अख्तर भाइयों से नजदीकी

¨पटू सेंगर हत्याकांड के नामजद आरोपितों सऊद अख्तर और उसके भाई महफूज अख्तर ने पिछले दिनों कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। इससे पहले अख्तर भाइयों के साथ पुलिस की नजदीकी के बाद खूब हंगामा मचा था। पुलिस ने महफूज अख्तर का नाम तक चार्जशीट से निकाल दिया था, जबकि फरारी के बाद भी सऊद अख्तर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई थी। मीडिया में जब इस मामले में ने तूल पकड़ा तो पुलिस को मजबूरन महफूज को आरोपित बनाना पड़ा। इसके बाद जब दबाव बढ़ा तो दोनों भाइयों ने अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया।

नियमों का खुलेआम मजाक

नियमों के मुताबिक, कोर्ट में सरेंडर करने वाले आरोपित से पुलिस को अगर कुछ बरामद कराना होता है या पूछताछ करनी होती है तो वह पुलिस कस्टडी रिमांड लेती है। सरेंडर के 14 दिनों के अंदर पीसीआर लेनी होती है। थर्सडे को 14 दिन हो गए, लेकिन पुलिस ने अख्तर भाइयों का पीसीआर नहीं ली। पुलिस के इस कदम को लेकर ¨पटू सेंगर की बेटी एडवोकेट अपर्णा सिंह सेंगर ने आपत्ति जाहिर की है। उन्होंने आरोप लगाया है कि पुलिस ने इंसाफ का दिखावा तक नहीं किया। उन्होंने पुलिस से बार-बार अनुरोध किया कि दोनों को पीसीआर लेकर पूछताछ की जाए, लेकिन नहीं सुनी गई। अपर्णा ने आरोप लगाया कि पुलिस अख्तर भाइयों को बचाना चाहती है। पीसीआर में कोई भी बरामदगी आरोपितों के लिए कानून का फंदा तैयार करती, इसीलिए उन पर करम किया गया।

दोनों से बरामदगी जैसा कुछ नहीं करना था। पूछताछ तो जेल में भी हो सकती है। इसीलिए पीसीआर नहीं ली। परिजनों के आरोप सही नहीं हैं।

सत्यजीत गुप्ता, एएसपी छावनी