- 20 करोड़ लीटर वाटर सप्लाई पर न हो असर इसलिए गंगा की धारा को रोकने के लिए बनने लगा अस्थायी बंधा

KANPUR: गंगा की धारा शुक्लागंज की तरफ मोड़ी जा रही है। इसके लिए थर्सडे से अस्थाई बंधा बनाना शुरू किया गया है। जलकल विभाग इस काम को करा रहा है। शुक्लागंज की तरफ जा रहे पानी को रोकने के लिए बालू की बोरियों की दीवार लगायी जा रहा है ताकि जल भैरोघाट की तरफ जाए। यहां से जलकल रोज बीस करोड़ लीटर कच्चा जल लेकर ट्रीट करके शहर में वाटर सप्लाई करता है।

वाटर लेवल 355.5 फीट पर

भैरोघाट पं¨पग स्टेशन के पास गंगा का जलस्तर 355.5 फीट पहुंच जाने के चलते जलकल को जल खींचने के लिए सारी ड्रे¨जग मशीन चलानी पड़ रही है। इसके अलावा पुराने दो पंप बंद हो गए है और एक पंप खराब पड़ा है। अब सिर्फ दो नए पंप काम कर रहे है। इससे भी कम गंगा का जलस्तर हुआ तो यह भी पंप काम करना बंद कर देगे इससे शहर में पीने के पानी का संकट खड़ा हो जाएगा।

200 मीटर लंबा बंधा बनेगा

चालीस मजदूर लगाकर प्लास्टिक की बोरियों में बालू भरकर दीवार लगायी जा रही है। दो सौ मीटर लंबा और ढाई मीटर चौड़ा बंधा बनना है। छह मीटर गहरा होगा। लगभग 80 हजार बालू की बोरियां लगायी जानी है। बंधा बनाने में दस लाख रुपए का खर्च आने का अनुमान है। जलकल सचिव आनंद त्रिपाठी ने बताया कि अस्थायी बंधा बनने से भैरोघाट पं¨पग स्टेशन पर जलापूर्ति के लिए जल मिलता रहेगा।

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सिर्फ 2020 में अस्थायी बंधा नहीं बना

वर्ष 2003 से लगातार गंगा में गर्मी के समय जल धारा मोड़ने के लिए भैरोघाट पं¨पग स्टेशन के पास अस्थायी बंधा बनाया जाता है। वर्ष 2020 में पहली बार अस्थायी बंधा नहीं बढ़ाना पड़ा था। लॉकडाउन के समय उद्योग बंद पड़े थे पानी की खपत कम थी। उस समय गंगा का जल स्तर 357 फीट से ज्यादा था। इस दौरान ड्रे¨जग भी जलकल को नहीं करनी पड़ी रही थी और गंगा साफ होने पर दोगुना रसायन भी नहीं खर्च हो रही था।