- दैनिक जागरण आईनेक्स्ट कानपुर कालिंग वेबिनार में व्यापार मंडल पदाधिकारियों ने की शिरकत, सावधानियों और इंतजामों पर रखी अपनी बात

- एक जून से होने जा रहे बाजार अनलॉक पर रीडर्स के सवालों के भी दिए जवाब, बाजारों से न फैले कोरोना, इससे बचने के उपाय भी बताए

KANPUR: कानपुर में कोरोना वायरस का प्रकोप अब काफी कम हो चुका है। जिसे देखते हुए आंशिक कफ्र्यू में राहत देने का फैसला भी शासन ने लिया है। जिससे बाजारों के खुलने का रास्ता भी अब साफ हो गया है। ऐसे में बंदी से बाजार कैसे उबरेंगे। कोरोना वायरस का प्रकोप फिर से न बढ़े, इसके लिए शासन की गाइडलाइन के साथ व्यापारियों की ओर से बाजारों में क्या इंतजाम किए जाएंगे। ऐसे ही तमाम सवालों को लेकर दैनिक जागरण आईनेक्स्ट कानपुर कालिंग का संडे को एक वेबिनार हुआ। जिसमें प्रमुख व्यापार मंडलो के पदाधिकारियों ने कोरोना काल में व्यापार की समस्याओं से लेकर उससे उबरने के लिए जरूरी रास्तों पर बात की। इस दौरान बेविनार से पहले व्हाट्सएप, फेसबुक और ट्विटर के जरिए आए रीडर्स के सवालों के जवाब भी दिए।

शासन के जो भी प्रोटोकॉल होंगे उनका पालन व्यापारी करेंगे। बाजार देर तक खुलें ऐसा हमारा भी सुझाव है। ऐसे में बाजारों में एक वक्त पर ज्यादा भीड़ नहीं जुटेगी। सर्राफा बाजार की बात करें तो सहालग का सीजन शुरू हो रहा है। ऐसे में पिछले साल भी सर्राफा व्यापारियों को लॉकडाउन की वजह से काफी नुकसान हुआ था। कोरोना वायरस से बचाव के लिए बाजारों में मास्क पहनने की अनिवार्यता का व्यापारी भी पूरी तरह से पालन करेंगे, लेकिन इसके नाम पर उनका उत्पीड़न न हो।

- पंकज अरोरा,राष्ट्रीय सचिव, कंफेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स

गल्ला मंडी समेत दलहन और तिलहन से जुृड़ा व्यापार आंशिक कफ्र्यू में भी जारी रहा,लेकिन ज्यादातर बाजार बंद रहे हैं। अब बाजार खुलेंगे तो अच्छा होगा। व्यापारी संगठन समस्त बाजारों में व्यापारियों और दुकानदारों के वैक्सीनेशन की भी पहल करें। और जिला प्रशासन भी उनके वैक्सीनेशन के लिए बाजारों में ही कैंप लगाने की व्यवस्था करे तो अच्छा होगा। मास्क पहनने को लेकर खुद व्यापारी भी बाजारों में जागरूकता फैलाएंगे। जिससे कोरोना संक्रमण का प्रसार नहीं होगा।

- ज्ञानेश मिश्रा, महामंत्री, अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल

नयागंज,जनरलगंज, कलक्टरगंज को छोड़ ज्यादातर शहर में रिटेल मार्केट ही हैं। जोकि कोरोना काल में लगातार बंद चल रही है। इससे व्यापारियों को काफी नुकसान हुआ है,लेकिन इसके बाद भी उन्होंने अपने कर्मचारियों का ध्यान रखा है। उनकी सैलरीज दी हैं। बाजारों में भीड़ होती ही है। ऐसे में लोग मास्क पहन कर ही बाजार आए यह खुद व्यापारी भी सुनिश्चित करें। वायरस का इस बार का स्ट्रेन पिछली बार से ज्यादा घातक है। ऐसे में अगर दोबारा संक्रमण फैला तो सभी का नुकसान होगा। नगर निगम और जिला प्रशासन भी सुनिश्चित करे कि बाजारों में सैनेटाइजेशन हो। व्यापारी भी दुकान और शोरूम का रेग्युलर सेनेटाइजेशन कराएं।

- कपिल सबरवाल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, कानपुर उद्योग व्यापार मंडल

एक्सप्रेस रोड हो या फिर आसपास के बाजार। यहां कोरोना से बचाव के लिए गाइडलाइन का सख्ती से पालन हो यह खुद व्यापारी भी सुनिश्चित करांएगे, लेकिन इसे लेकर पुलिस की ओर से किसी तरह का उत्पीड़न नहीं होना चाहिए। कोरोना से बचाव की जिम्मेदारी सबकी है। इसका व्यापारी भी हर तरह से ध्यान रखेगा। क्योंकि हम नहीं चाहते कि हालात सामान्य हुए हैं तो फिर से खराब हों। ऐसी स्थिति में नुकसान हम सबका ही होगा।

- रोशन गुप्ता, अध्यक्ष एक्सप्रेस रोड व्यापार मंडल

बाजार में यह व्यवस्थाएं भी हो-

बाजार ज्यादा देर तक खुलने चाहिए। इससे एक वक्त पर ज्यादा भीड़ नहीं जुटेगी। लोगों को भी देर तक खरीददारी का विकल्प मिलेगा।

- अमित वर्मा

बाजारों में इंट्री और एग्जिट की अलग अलग व्यवस्था की जाए। इंट्री पर ही लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग की सुविधा हो। साथ ही लोग मास्क पहन कर बाजार में घूमे इसके लिए वहां लगातार चेकिंग चलती रहे।

- मनोहर मिश्रा

बाजार में लोग बच्चों के साथ न आए और रोज बाजारों में सेनैटाइजेशन की भी व्यवस्था की जाए। तो यह बेहतर होगा।

- विनय सिद्धी

बाजारों के साथ एमएसएमई सेक्टर को भी राहत दी जाए। कारेाबारी फैक्ट्रियों में सोशल डिस्टेंसिंग से लेकर कोरोना प्रोटोकॉल का पूरा ध्यान रखेंगे।

- राकेश शर्मा

बाजार खोलने से पहले यह सुनिश्चित किया जाए कि व्यापारियों का वैक्सीनेशन ठीक से हो। इसके लिए जरूरी हो तो प्रमुख बाजारों में भी वैक्सीनेशन कैंप लगाए जाएं।

- मोनू मिश्रा

कानपुर कालिंग ट्विटर सर्वे रिजल्ट-

सवाल-

कोरोना वायरस का प्रकोप कम हो रहा है। कानपुर में बीते सैटरडे को 23 संक्रमित ही मिले। क्या अब कानपुर में बाजारों को खोला जाना चाहिए?

जवाब-

69 प्रतिशत- हां

31 प्रतिशत- नहीं