-घुटने, कमर और कंधे के दर्द से परेशान हैं अधिकांश पुलिसकर्मी

-मेडिकल चेकअप कैंप में तनाव और हाई ब्लड प्रेशर की भी शिकायतें

-डॉक्टर्स ने दी डेली एक्सरसाइज की सलाह

KANPUR : 'डॉक्टर साहब, मेरे घुटने में दर्द की शिकायत है। मेरे कंधे में भी दर्द बना रहता है। अब तो राइफल उठाकर चलने में हालत खराब हो जाती है। ब्लड प्रेशर भी हाई रहता है' ऐसी दर्जनों शिकायतें रविवार को पुलिस लाइन में लगे स्वास्थ्य मेले में पुलिसकर्मियों ने डॉक्टरों से कीं। स्वास्थ्य मेले में पुलिस कर्मियों की फिटनेस की पोल खुल गई। ये भी खुलासा हुआ कि कुछ पुलिस कर्मी तो कई गंभीर बीमारियों से ग्रस्त हैं, जबकि कुछ की हालत इतनी खराब है कि वो अब बमुश्किल ऑफिस वर्क ही कर सकते हैं।

जांच के लिए आए पुलिसकर्मियों में फ्भ् परसेंट को आर्थराइटिस

पुलिस कर्मी सोलह से अठारह घंटे ड्यूटी करते हैं। जिसके दौरान वे राइफल समेत अन्य वेपन लेकर गश्त भी करते है। पहरा देने वाला पुलिस कर्मी रात पर राइफल लेकर थाने में टहलता है। वहीं, ऑफिस में ड्यूटी करने वाले बारह से सोलह घंटे कुर्सी पर बैठते है। जिससे उनके कमर दर्द की प्राबल्म बढ़ने लगी है। मेले में ज्यादातर पुलिस कर्मी हड्डी रोग से ग्रसित है। जिसमें कुछ हालत इतनी खराब है कि वे पुलिस की नौकरी के लायक भी नहीं बचे है। मेले के रिकार्ड के मुताबिक फ्भ् प्रतिशत पुलिस कर्मी हड्डी संबंधित बीमारी से ग्रसित थे। डॉ। दीपक गुप्ता के मुताबिक ज्यादातर पुलिस कर्मी में आस्ट्रो आर्थराइटिक बीमारी से ग्रसित है। इसमें हड्डियां सूखने लगती है। जिसे खत्म करने के लिए पुलिस कर्मियों को डेली सुबह करीब क्0 से क्भ् मिनट एक्सरसाइज करना चाहिए। साथ ही हड्डी को मजबूत करने के लिए विटामिन लेना चाहिए।

बीपी की समस्या से ग्रसित हैं

पुलिस लाइन में लगे स्वास्थ्य मेले ख्0 प्रतिशत रोगी हाई ब्लड प्रेशर के थे। कुछ पुलिस कर्मी तो डिप्रेशन में पहुंच गए है। डॉक्टर ने बताया कि पुलिस कर्मी नींद पूरी नहीं होती है। उनको वीकली ऑफ भी नहीं मिलता है। जिससे वो तनाव में रहते है और उनमें हाई ब्लड प्रेशर की समस्या बनी रहती है। उनको स्वास्थ्य के प्रति अलर्ट रहने की जरूरत है। वरना उनको आगे चलकर परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

पुलिस की आंख भी हुई कमजोर

शहर की पुलिस की आंख की रोशनी कमजोर हो गई। मेले में क्0 प्रतिशत पुलिस कर्मियों को धुंधला दिखाई देने की शिकायत थी। डॉक्टर ने चेकअप कर उन्हें नजर का चश्मा पहने की सलाह दी। साथ ही आई ड्राप दी है। ऐसे में पुलिस कर्मी कैसे लुटेरों को पकड़ेंगे, जब उनकी आंख की रोशनी धुंधली हो गई।

गुटखा की आदत से भी बने रोगी

स्वास्थ्य मेले में डॉक्टर ने पुलिस कर्मियों के दांत का चेकअप किया, तो पता चला कि म्0 प्रतिशत पुलिस कर्मी गुटखा और सिगरेट के लती है। कई पुलिस कर्मियों के दांत काले पड़ चुके है। गुटखा और सिगरेट की वजह से उनका स्टेमना भी कम हो गया है। डॉक्टर्स ने उनको गुटखा और सिगरेट की लत छोड़ने की सलाह दी है। इसी तरह स्वास्थ्य मेले में भ् प्रतिशत पुलिस कर्मियों को कम सुनाई देने के रोगी मिले। उन्होंने डॉक्टर से चेकअप कराकर दवाई ली है।

महिला पुलिस कर्मी ज्यादा फिट

स्वास्थ्य मेले के आकड़ों के मुताबिक पुरुष पुलिस कर्मियों की अपेक्षा महिला पुलिस कर्मी ज्यादा फिट है। मेले में भ्00 से ज्यादा पुलिस कर्मियों ने चेकअप कराया। जिसमें सिर्फ तीन दर्जन महिला पुलिस कर्मियों ने चेकअप कराया और उसमें से ज्यादातर महिला पुलिस कर्मी फिट थीं। डॉ। भार्गव के मुताबिक महिलाएं पुरुष की अपेक्षा अपना ज्यादा ध्यान रखती है। वे गुटखा, सिगरेट और शराब की लती भी नहीं होती हैं। इससे वे स्वस्थ रहती है।

क्फ् स्टॉल्स में भ्00 का चेकअप

पुलिस लाइन में लगे स्वास्थ्य मेले क्फ् काउंटर लगे थे। जिसमें डॉ। आरआर भार्गव व डॉ। गौतम जैन ने फिजीशियन, डॉ। गौरव भार्गव ने आर्थोपैडिक, डॉ। आशीष अग्रवाल व डॉ। आरएन अग्रवाल ने नेत्र रोग, डॉ। स्वर्णदीप व डॉ। अवनीश कुमार ने दन्त रोग, डॉ। रेनू सिंह ने स्त्री रोग, डॉ। नरेश चंद्र ने ईएनटी, डॉ। एसपी गुप्ता ने बाल रोग, डॉ। एके सिंह ने श्वास रोग, डॉ। हर गोविन्द ने त्वचा रोग, डॉ। पीके मिश्रा ने सर्जन और डॉ। अनिल कुमार गुप्ता आर्थोसर्जन के काउंटर में बीमार पुलिस कर्मियों का चेकअप कर उन्हें दवा दी।