-कुली बाजार में इमारत ढहने के मामले में पुलिस ने अमित जैन, विकास जैन और विकास शुक्ला को किया अरेस्ट

kanpur : लोहा मंडी में गहरी बेसमेंट खोदाई के चलते जर्जर इमारत ढहने के मामले में बुधवार को बिल्डर सहित तीनों आरोपियों को अरेस्ट कर लिया। एक आरोपी के बुजुर्ग के बुजुर्ग होने के कारण बेल दी गई जबकि पांचवे आरोपी के खिलाफ अभी जांच चल रही है.हादसे में पुलिस ने केडीए के अवर अभियंता आरके सिंह की तहरीर पर केस दर्ज करते हुए अजीत जैन की पत्नी रेखा जैन, अतुल जैन की पत्नी रेनू जैन और अजय जैन की पत्नी सोनिया जैन को गैरइरादन हत्या का आरोपी बनाया गया है।

सिर्फ जमीन महिलाअों के नाम

जमीन भले ही महिलाओं के नाम हो लेकिन निर्माण कार्य की जिम्मेदारी अमित जैन के अलावा बिल्डर विकास शुक्ला और विकास जैन पर थी। विकास शुक्ला के पिता रवि शुक्ला भी इसमें शामिल थे। पुलिस ने अमित जैन, विकास शुक्ला और विकास जैन को हादसे के बाद ही हिरासत में ले लिया था। जांच के बाद वेडनसडे को तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी महिलाओं पर कार्रवाई को लेकर कोई फैसला नहीं किया है।

गलियां सुनसान, लाखों का नुकसान

हादसे वाली जगह पर जिला प्रशासन ने बैरिकेडिंग और रस्सी लगाकर पूरी गली बंद कर दी है। खतरे की आशंका पर गली में रहने वाले सैकड़ों लोग अपनी रिश्तेदारियों में चले गए। वहीं गली में मौजूद 40 से ज्यादा दुकानें बंद हैं। कारोबार ठप है और हमेशा गुलजार रहने वाली लोहा मंडी की गली सुनसान पड़ी है।

केडीए अफसर गुनहगार, दर्ज हो एफआईआर

- कुली बाजार हादसे में सपा विधायक अमिताभ बाजपेई ने खोला मोर्चा, धरने पर बैठे

KANPUR: कुलीबाजार हादसे के असली जिम्मेदार केडीए अफसर हैं। उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इन्हीं आरोपों के साथ सपा विधायक अमिताभ बाजपेई ने वेडनसडे को मोर्चा खोल दिया। केडीए अफसरों पर एफआईआर दर्ज करने की मांग लेकर वह धरने पर बैठ गए। उनका कहना था कि अगर केडीए ने समय रहते कार्रवाई की होती तो हादसा नहीं होता। सीओ अनवरगंज से उनकी तीखी झड़प भी हुई। ज्ञापन और तहरीर लेने के बाद मामला शांत हुआ

22 परिवार हुए बेघर

इसके साथ ही उन्होंने बेघर परिवारों को स्थाई आवास उपलब्ध कराने को भी कहा है। बता दें कि लोहामंडी में मंडे रात अवैध निर्माण की वजह से बगल की तीन मंजिला इमारत का एक हिस्सा ढह गया था। जिसमें बुजुर्ग राकेश शर्मा की मौत हो गई थी। वहीं बिल्डिंग गिरने की वजह से 22 परिवार बेघर हो गए हैं। जिला प्रशासन ने बेघर हुए परिवार को रैन बसेरा में रखा है। लेकिन, लोगों का कहना है कि न तो उनके रहने का सही इंतजाम है और न ही खाने का। लोगों की मांग ह कि उन्हें पुनर्वासित किया जाए और मलबे में दबा सामान सुरक्षित निकाला जाए।