कानपुर (ब्यूरो) कानपुर से लखनऊ के लिए वर्तमान में सिर्फ दो लोकल यानि मेमू टे्रनों का संचालन किया जा रहा है। जबकि इस रूट पर डेली पैसेंजर्स का सबसे ज्यादा लोड है। पर्याप्त मेमू ट्रेनें न होने से हजारों डेली पैसेंजर्स को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस समस्या को कई बार दैनिक पैसेंजर्स ट्वीट व अन्य माध्यमों से रेलमंत्री, डीआरएम प्रयागराज और लखनऊ डिवीजन के अधिकारियों तक पहुंचा चुके हैं। नए मेमू कोच की संख्या कम होने से लोकल ट्रेनों की संख्या नहीं बढ़ पा रही है। अब यह समस्या खत्म हो गई है। जिससे नई मेमू ट्रेनों के चलने का रास्ता साफ हो गया है।

सात जोड़ी ट्रेनें चलती थी
कानपुर-लखनऊ रूट पर डेली स्टूडेंट्स, प्राइवेट व गवर्नमेंट सेक्टर के इम्पलाइज और अन्य पैसेंजर्स मिलाकर 50 हजार से लोग अप-डाउन करते हैं। है। कोरोना के पहले कानपुर से लखनऊ के बीच सात जोड़ी मेमू ट्रेनों का संचालन होता था। कानपुर से हर एक से डेढ़ घंटे में लखनऊ के लिए मेमू मिल जाती थी। कोरोना के बाद सोशल डिस्टेंस का पालन कराने के लिए रूट पर सिर्फ एक मेमू अनरिजव्र्ड ट्रेन का संचालन किया गया। पैसेंजर्स की डिमांड को देखते हुए बाद में इनकी संख्या दो कर दी गई। अब कोरोना से हालात सामान्य हो चुके हैं। इसके बावजूद इस रूट पर लोकल ट्रेनों को बहाल नहीं किया गया है।


चुकाना पड़ता अधिक किराया
दैनिक पैसेंजर रोहित कुमार बताते हैं कि वह लखनऊ में एक प्राइवेट कंपनी में बीते 8 वर्षों से कार्यरत हैं। वह डेली ट्रेन से ही अप-डाउन करते है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में लखनऊ रूट पर मेमू ट्रेनों की संख्या नाम मात्र होने की वजह से एक्सप्रेस व सुपरफास्ट ट्रेन में जनरल टिकट लेकर सफर करना पड़ता है। जो मेमू ट्रेन के किराए से दो से ढाई गुना है। कोरोना काल के पहले 22 रुपए में लखनऊ पहुंच जाते थे। वहीं अब 83 से 90 रुपए किराया लगाना पड़ता है।

आंकड़े
2 मेमू लोकल ट्रेनें वर्तमान में चल रही हैं
7 जोड़ी ट्रेनें कोरोना के पहले चलती थी
50 हजार से अधिक डेली पैसेंजर्स रूट पर
3 नई मेमू टे्रन का संचालन जल्द होने की उम्मीद
6 नए मेमू के रैक मेमू शेड को मिले हैं

कोट
एमएसटी होल्डर्स व अन्य डेली पैसेंजर्स कानपुर-लखनऊ रूट पर मेमू ट्रेनें बढ़ाने को लेकर लगातार मांग कर रहे हैं। समस्या को देखते हुए जल्द ही लखनऊ रूट नी मेमू की संख्या बढ़ाई जाएगी। नए मेमू रैक भी आ गए हैं।
अमित मालवीय, पीआरओ, प्रयागराज