-15 सितंबर तक शहर को मिल जाएंगी 50 इलेक्ट्रिक बसें, चकेरी में चार्जिग स्टेशन का 80 परसेंट काम पूरा

-पॉल्यूशन लेवल कंट्रोल करने में मिलेगी मदद, पीएमआई कंपनी के पास होगी ऑपरेशन व मेंटिनेंस की जिम्मेदारी

KANPUR: शहर की सबसे बड़ी समस्या यानि पॉल्यूशन को दूर करने में अगला महीना बेहद अहम साबित होने वाला है। सितंबर में कानपुराइट्स को मेट्रो ट्रेन के साथ इलेक्ट्रिक बसों का भी तोहफा मिलेगा। 15 सितंबर तक 50 इलेक्ट्रिक बसें कानपुर आ जाएंगी। इन बसों के रखरखाव और चार्जिग के लिए चकेरी में बन रहे चार्जिग स्टेशन का 80 परसेंट काम पूरा हो गया है। 10 सिंतबर तक इसे पूरा कर ि1लया जाएगा।

10 लाख लीटर पानी की बचत

चार्जिग स्टेशन में 28 चार्जिग प्वाइंट्स होंगे। यहां पर बसों की चार्जिग, ऑपरेशन और मेंटिनेंस का जिम्मा पीएमआई कंपनी संभालेगी। अगले 10 साल तक के लिए कंपनी के पास यह जिम्मेदारी रहेगी। चार्जिग स्टेशन में ही बसों की धुलाई के लिए ऑटोमेटेड वाशिंग लाइन भी बनाई गई है। जिसमें 6 मिनट में पूरी बस धुल जाएगी और 80 फीसदी तक पानी को दोबारा यूज किया जा सकेगा। जिसकी वजह से हर साल 10 लाख लीटर पानी की बचत भी होगी। कमिश्नर डॉ.राज शेखर ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के नोडल प्रभारी के साथ चार्जिग स्टेशन का निरीक्षण किया।

100 इलेक्ट्रिक बसें टोटल मिलनी हैं कानपुर को

15 सितंबर तक आ जाएंगी 50 बसें शहर

6 महीने के अंदर सिटी आ जाएंगी सभी बसें

28 चार्जिगं प्वाइंट बनाए गए हैं चार्जिग स्टेशन में

10 सितम्बर तक पूरा हो जाएगा स्टेशन का काम

15 सितंबर तक अाएंगी बसें

कमिश्नर डॉ। राजशेखर ने बताया कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत कानपुर में 100 इलेक्ट्रिक बसें आनी हैं। इसमें से 50 बसें 15 सिंतबर तक आ जाएंगी। उसके बाद अगले 6 महीनों में बाकी 50 बसें आएंगी। इन बसों का संचालन इसी चार्जिग स्टेशन से किया जाएगा। कानपुर में मेट्रो के साथ इलेक्ट्रिक बसें चलने से पॉल्यूशन लेवल में काफी कमी आएगी साथ ही आम लोगों को भी क्लीन ट्रांसपोर्टेशन का माध्यम मिलेगा।

सीएंडडीएस बना रही स्टेशन

स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत कानपुर में इलेक्ट्रिक बसों के चार्जिग स्टेशन बनाने का काम सीएंडडीएस के पास है। चार्जिग स्टेशन का 80 फीसदी तक काम पूरा हो गया है। बाकी काम 10 सितंबर तक पूरा करने के निर्देश दिए हैं। चार्जिग स्टेशन से ही बसों का संचालन और मेंटिनेंस का काम होना है। इसके लिए सभी जरूरी काम 10 सिंतबर तक पूरा करने के लिए कहा गया है। 15 सितंबर से जो बसें आएंगी। उनका संचालन किन रूटों पर होगा, जल्द ही इसका डिसिजन भी हो जाएगा।

इलेक्ट्रिक बसों की खासियतें-

- जीपीएस से लैस, कंट्रोल रूम के पास रहेगी लोकेशन

- हर बस में इमरजेंसी से निपटने के लिए पैनिक बटन

- फुल चार्ज होने के बाद 100 किमी तक चलेगी बस

- प्रति किलोमीटर चलने में बेहद कम रनिंग कास्ट

- पूरी तरह से पॉल्यूशन फ्री होंगी इलेक्ट्रिक बसें