-कोरोना से मरने वालों के बढ़ते आंकड़ों के चलते लिया गया फैसला

KANPUR: सिटी में कोरोना से होने वाली मौतों के बढ़ते आंकड़ों को देखते हुए अब भैरवघाट और भगवतदास घाट पर पुलिस द्वारा लाए जा रहे लावारिस शवों का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा। लावारिस शवों के अंतिम संस्कार के लिए मिलने वाले फंड से पारंपरिक तरीके से ही संस्कार कराना होगा। हालांकि गरीबों के शवों का संस्कार विद्युत शवदाह गृह में किया जा सकेगा। चीफ इंजीनियर लाइ¨टग व प्रभारी आरके पाल के मुताबिक कोरोना से मरने वाले लगभग एक दर्जन से अधिक शवों का अंतिम संस्कार रोजाना किया जा रहा है। ऐसे में नगर आयुक्त अक्षय त्रिपाठी के निर्देश पर ये फैसला लिया गया है।

महापौर ने देखी व्यवस्थाएं

फ्राइडे को महापौर प्रमिला पांडेय ने भैरवघाट और भगवतदास घाट का निरीक्षण किया। भैरवघाट पर सबसे पहले उन्होंने होने वाले अंतिम संस्कार की जानकारी ली। बताया गया कि 2 विद्युत शवदाह गृह हैं, इन्हें 2 शिफ्ट में संचालित किया जा रहा है। महापौर ने अंतिम संस्कार के काम में लगे कर्मियों को पीपीई किट और अन्स संसाधन उपलब्ध कराने को कहा। इस मौके पर नगर आयुक्त अक्षय त्रिपाठी भी मौजूद रहे।