- मड़ैयन घाट में गोताखोरों ने पानी में डूबी सवारियों की बचाई जान

- 16 श्रद्धालु बांदा के सिंहवाहिनी देवी मंदिर दर्शन करने जा रहे थे

FATEHPUR: किशुनपुर थाने के संगोलीपुर मड़ैयन यमुना घाट में सोमवार दोपहर क्म् श्रद्धालुओं से भरी नाव बीच धारा में पलटकर डूब गई। जिससे किशोरी समेत दो महिलाओं की मौत हो गई जबकि डूब रहे अन्य क्ब् लोगो की जान बचा ली गई। सभी श्रद्धालु बांदा जिले के सिंहवाहिनी देवी मंदिर में दर्शन करने जा रहे थे।

किशनपुर थाने के संगोलीपुर मड़ैयन गांव के दूसरी छोर बांदा जिले में सिंहवाहिनी माता का मंदिर पड़ता है। वहां माघ के महीने में प्रत्येक सोमवार व गुरूवार को मेला लगता है। जिसमें लोग देवी दर्शन को आते हैं। सोमवार को छोटी नाव (डोंगिया) में सवार होकर दोपहर क्ख् बजे संगोलीपुर, गिरधरपुर तथा अफजलपुर गांव के रहने वाले पतिया(ख्8), केशरानी(फ्0), इन्दुमती(ख्म्), आरती(क्7), फुल्लन(क्8), गिरजा देवी(ख्फ्), अनीता देवी(ख्0), दिलखुश(ख्0), सीमा(क्म्), गोलकी(क्8), संदीप(क्9), रीता देवी(क्भ्), सुखिया(ब्0), रानू(क्0) समेत क्म् श्रद्धालु देवी मंदिर दर्शन करने जा रहे थे। नाविक सुरजा निषाद ने बताया कि आधी दूरी तय करते ही बीच धार में तेज हवा के कारण नाव डगमगाने लगी जिस पर दूसरे नाविकों को आवाज करके वह बुला रहा था, तभी अचानक उसकी नाव पलटकर डूब गई। आवाज सुनकर आई दूसरी नाव में उसने तमाम सवारियों को बैठा दिया था लेकिन अनीता (ख्0) एवं श्रीदेवी (क्म्) निवासिनी अफजलपुर, गढ़ा थाना किशनपुर नाव के साथ पानी में डूबकर मौत के आगोश में समा गई। शोर शराबा सुनकर गोताखोरों ने भी नदी में छलांग लगा दी और श्रद्धालुओं को बाहर निकाला। उस बीच पुलिस प्रशासन ने जाल डलवाकर किशोरी व युवती के शवों को बाहर निकलवाया। चर्चा रही कि ख्क् लोग डूबे हैं लेकिन जब सभी श्रद्धालुओं व नाविक से प्रशासनिक अफसरों ने पूछताछ की तो स्पष्ट हुआ कि नाव में क्म् लोग ही सवार थे। खबर पाकर एसडीएम बलराम सिंह, सीओ बृजराज सिंह, तहसीलदार सुरेंद्र विश्वकर्मा व एसओ साहब सिंह मय फोर्स मौके पर मुस्तैद रहे।