- बिकरू कांड के बाद एसआईटी की संस्तुति पर किया जा रहा है असलहों का सत्यापन, सख्ती का दिखा असर

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KANPUR : बिकरू कांड में लाइसेंसी असलहों से गोलियां बरसाकर सीओ सहित 8 पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद शुरू हुए असलहा वेरिफिकेशन की रफ्तार तेज हो गई है। एसआईटी की जांच रिपोर्ट में असलहों के सत्यापन कराने की संस्तुति की गई थी। जिसके बाद सीओ स्वरूप नगर को इसके लिए नोडल अधिकारी बनाया गया। लेकिन जिले के 41 हजार असलहा लाइसेंस का सत्यापन एक नोडल अफसर के बलबूते करना बहुत मुश्किल था। इसके लिए आईजी और डीआईजी ने नया तरीका निकाला। हर थाना स्तर पर वेरीफिकेशन का काम शुरू किया गया।

100 फीसदी है टारगेट

असलहों के सत्यापन को लेकर सख्ती के नतीजे भी अब सामने आने लगे हैं। पुलिस ने अब तक 14 हजार असलहों का वेरिफिकेशन पूरा कर लिया है। बचे असलहों के लिए भी सभी को नोटिस जारी हो गई है। आईजी के मुताबिक असलहा वेरिफिकेशन 100 प्रतिशत पूरा किया जाएगा। ये काम 24 अप्रैल से पहले पूरा करा लिया जाएगा।

41 हजार लाइसेंसी असलहे हैं शहर में

14 हजार असलहों का वेरिफिकेशन पूरा

27 हजार बचे असलहों पर भी काम तेज

24 अप्रैल के पहले पूरा करना है वेरिफिकेशन

पूरे प्रदेश में लागू होगी

हर थाने में असलहा सत्यापन के लिए एक दरोगा को नोडल अधिकारी बनाया गया। दरोगा के साथ दो तीन सिपाहियों को लगाया गया। ये सिपाही क्षेत्र के असलहों का वेरिफिकेशन कराने के बाद रिपोर्ट दरोगा को सौंपेंगे। दरोगा के जरिए सीओ स्वरूप नगर को रिपोर्ट सौंपी जाएगी और उनके जरिए रिपोर्ट एसआईटी के पास जाएगी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि असलहा वेरिफिकेशन का ये तरीका फिलहाल कानपुर में ही अपनाया गया है। इसका प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजकर पूरे प्रदेश में ये व्यवस्था लागू कराई जाएगी।

असलहा वेरिफिकेशन को लेकर तेजी से काम चल रहा है। 24 अप्रैल से पहले शत प्रतिशत सत्यापन का कार्य करा लिया जाएगा। इसके लिए टीमें काम कर रही है।

मोहित अग्रवाल, आईजी रेंज

-हर थाने में एक दरोगा को नोडल अधिकारी बनाया गया

-दरोगा के साथ दो-तीन सिपाहियों को भी लगाया गया

-सिपाही क्षेत्र के असलहों का वेरिफिकेशन कर रिपोर्ट दरोगा को देंगे

-दरोगा के जरिए सीओ स्वरूप नगर को रिपोर्ट सौंपी जाएगी

-सीओ के जरिए रिपोर्ट एसआईटी के पास जाएगी