- स्मार्ट सिटी के तहत जोनल पंपिंग स्टेशन, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट, संपवेल में लगाए जाएंगे ऑनलाइन यूपीएस

- गंगा से कितना पानी लिया जाएगा और कितना पानी सप्लाई किया जा रहा, इसकी सेंसर करेंगे मॉनिटरिंग

KANPUR : गर्मी आते ही बिजली कटौती बढ़ जाती है। कटौती होते ही वाटर सप्लाई पर भी संकट आ जाता है, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। स्मार्ट सिटी के तहत शुरू किए गए वाटर सप्लाई स्काडा प्रोजेक्ट के तहत 6 जोनल पंपिंग स्टेशन समेत बेनाझाबर स्थित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट, भैरवघाट स्थित रॉ वाटर इनटेक पंप समेत अन्य संपवेल आदि को ऑनलाइन यूपीएस से कनेक्ट किया जाएगा। इसके मुताबिक इलेक्ट्रिसिटी न होने पर इन्हें यूपीएस के जरिए 1 से 2 घंटे तक चलाया जा सकेगा। 35 करोड़ रुपए से शुरू हुए इस प्रोजेक्ट को 31 मई तक कंप्लीट किया जाना है।

सेंसर रखेंगे पानी का हिसाब

स्मार्ट सिटी नोडल ऑफिसर के मुताबिक वाटर सप्लाई स्काडा प्रोजेक्ट के तहत गंगा से लिए जा रहे रॉ वाटर के साथ ही जोनल पंपिंग स्टेशन से सप्लाई हो रहे पानी का भी पूरा हिसाब रखा जाएगा। काम कर रही योकोगावा कंपनी भैरवघाट पंपिंग स्टेशन, जोनल पंपिंग स्टेशन, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट समेत पानी के प्रमुख सोर्स पर सेंसर भी लगा रही है। इसका मेन कंट्रोल रूम बेनाझाबर स्थित जलकल मुख्यालय में बनाया जा रहा है।

लीकेज होते ही पता चलेगा

यूपीएस से लगने से जहां लाखों की आबादी को बिजली न होने पर भरपूर पानी मिलेगा। वहीं सेंसर लगने से कहीं भी लाइन में लीकेज होने पर कंट्रोल रूम में फौरन सूचना हो जाएगी। इससे पानी की बर्बादी रोकने के साथ ही लाइन की मरम्मत भी तुरंत किया जा सकेगा। अभी लाइन में छोटे लीकेज होने से अंदर ही अंदर पानी रिसता है और जलकल को इसकी भनक तक नहीं लग पाती है। पानी का रिसाव होने से जब रोड धंस जाती है और पानी बहने लगता है, तब पता चल पाता है।

एरिया बेस्ड डेवलपमेंट (एबीडी)) में ये वार्ड शामिल

-सूटरगंज

-ग्वालटोली

-खलासी लाइन

-परमट

-सिविल लाइंस

ये जोनल पंपिंग स्टेशन यूपीएस से होंगे कनेक्ट

जेडपीएस यूपीएस लोड बैकअप

-मोहनलाल पार्क, भैरवघाट 3 किलोवॉट 1 घंटा

-उर्सला हॉस्पिटल के पीछे, सिविल लाइंस 3 किलोवॉट 1 घंटा

-जलकल मुख्यालय, बेनाझाबर 5 किलोवॉट 1 घंटा

-स्वरूप नगर 3 1

-बृजेंद्र स्वरूप पार्क 3 1

-चुन्नीगंज 3 1

-कौशिक पार्क, सिविल लाइंस 3 1

ये भी होंगे यूपीएस से होंगे कनेक्ट

-रॉ वाटर संपवेल, गंगा बैराज

-फिल्टर बेड, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट, बेनाझाबर

-स्काडा सिस्टम, बेनाझाबर

-रॉ वाटर पंपिंग स्टेशन, भैरवघाट

-रॉ वाटर पंपिंग स्टेशन, अर्मापुर इस्टेट

'' वाटर सप्लाई स्काडा के तहत एबीडी एरिया में 6 जोनल पंपिंग स्टेशन के साथ ही वाटर सप्लाई के बड़े सोर्स को यूपीएस से कनेक्ट किया जा रहा है। इससे बिजली न होने पर भी वाटर सप्लाई बाधित नहीं होगी। इसके अलावा सेंसर लगाने को काम भी तेजी से किया जा रहा है.''

मो। साकिब खान, नोडल ऑफिसर, कानपुर स्मार्ट सिटी।