- गलत डेटा नहीं दे सकेंगे टीचर, एकेडमिक मॉनीट¨रग सिस्टम से पता चल जाएगा स्टेटस

-टीचर के दिए गए लेक्चर का रिकॉर्ड रखने के साथ स्टूडेंट्स की भी मॉनीट¨रग करेगा नया सिस्टम

-40 से अधिक सीएसजेएम यूयिनवर्सिटी में चल रहे प्रोफेशनल कोर्स में पढ़ा रहे टीचर्स पर यह नजर रखेगा

- 08 हजार स्टूडेंट्स और उन्हें पढ़ाने वाले टीचर्स की पल-पल की अपडेट पर यह सिस्टम नजर रखेगा

KANPUR: टीचर ने कितना पढ़ाया और क्लास में कितने स्टूडेंट्स मौजूद थे, इसका पूरा डेटा तैयार होगा। दरअसल, सीएसजेएम यूनिवर्सिटी एकेडमिक मॉनीट¨रग सिस्टम का यूज करने जा रही है। यह फैसला एजूकेशन देने के प्रॉसेस को और रिच करने के लिए किया जा रहा है। ऑनलाइन पढ़ाई के बीच यूनिवर्सिटी प्रशासन एक ऐसा एकेडमिक मॉनीट¨रग सिस्टम डेवलप कर रहा है जो यह बताएगा कि टीचर अपने स्टूडेंट्स को कितना गुणवत्तापूर्ण समय दे रहे हैं। क्या वह छात्रों पर उसी तरह ध्यान दे रहे हैं जैसा आफलाइन क्लासेस में दिया करते थे। टीचर्स के दिए गए लेक्चर का यह रिकार्ड रखेगा।

अटेंडेंस से एग्जाम तक

शिक्षकों के साथ साथ एकेडमिक मानीट¨रग सिस्टम में स्टूडेंट्स से संबंधित ब्योरा भी रहेगा। आनलाइन क्लासेस में पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स की उपस्थिति से लेकर उनकी एग्जाम तक की मानीट¨रग भी इसके जरिए की जा सकेगी। सेशन 2021-22 से यूनिवर्सिटी में संचालित 40 से अधिक प्रोफेशनल कोर्स में पढ़ाई करने वाले आठ हजार स्टूडेंट्स व उन्हें पढ़ाने वाले शिक्षकों पर यह सिस्टम नजर रखने लगेगा।

आईटी की टीम बनी

वाइस चांसलर प्रो। विनय पाठक ने इसके लिए आईटी की एक टीम बना दी है जो ऑटोमेशन के तहत इस टेक्नोलाजी पर काम कर रही है। इस सिस्टम के लिए स्टूडेंट्स और टीचर्स का ब्योरा डिजिटल किया जा रहा है जिससे इससे उसे जोड़ा जा सके। कोरोनाकाल में यूनिवर्सिटी में पहले से आनलाइन पढ़ाई चल रही है। अब स्टडी पर नजर रखने के लिए यह सिस्टम बनाया जा रहा है।

सॉफ्टवेयर से जुड़ेंगे टीचर

एकेडमिक मानीट¨रग सिस्टम एक साफ्टवेयर के अंतर्गत काम करेगा। इससे टीचर और स्टूडेंट को जोड़ा जाएगा। क्लासेस का शेड्यूल बनाया गया है जिसके तहत यह उनके संचालन को रिकार्ड करेगा। टीचर ने कितनी देर पढ़ाया, कितने छात्रों ने क्लासेस अटैंड कीं और कितने अनुपस्थित रहे यह सभी अपडेट होता रहेगा। इसी के तहत स्टूडेंट्स की उपस्थिति दर्ज की जाएगी। यूनिवर्सिटी प्रशासन इस सिस्टम को कोरोनाकाल के चलते विकसित कर रहा है। सितंबर माह में शुरू होने वाले नए सेशन से आफलाइन क्लासेस लगेंगी कि नहीं यह अभी स्पष्ट नहीं है जिसके कारण यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स की स्टडी को लेकर अपनी तैयारी कर रहा है.

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मॉनीटरिंग सिस्टम, फैक्ट फाइल

-कोरोनाकाल के चलते विकसित किया गया सिस्टम

-मॉनीट¨रग सिस्टम साफ्टवेयर के अंतर्गत काम करेगा

-इससे सभी टीचर के साथ स्टूडेंट को भी जोड़ा जाएगा

-क्लासेस का शेड्यूल तैयार, संचालन को रिकॉर्ड करेगा

-टीचर ने कितनी देर पढ़ाया, कितने छात्र मौजूद रहे

-इसी के तहत स्टूडेंट्स की उपस्थिति दर्ज की जाएगी