मौजूदा राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल का कार्यकाल जुलाई 2012 तक है। आंकड़ों का समीकरण ऐसा है कि सत्तारूढ़ यूपीए और विपक्षी एनडीए दोनों के पास इतने नंबर नहीं हैं कि वे अपने मन मुताबिक राष्ट्रपति बना सकें। शायद इसीलिए हर तरफ से बात आम सहमति की हो रही है।

राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने मंगलवार को उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी को अगला राष्ट्रपति बनाए जाने की वकालत कर दी।

एक समाचार एजेंसी के मुताबिक इस बारे में लालू का कहना था, ''हामिद अंसारी को राष्ट्रपति बनाया जाना चाहिए। वे उस पद के लिए एक अच्छे उम्मीदवार हैं.''

हामिद अंसारी का नाम वैसे तो सत्ता के गलियारों में अनौपचारिक रूप से पहले से चल रहा है लेकिन किसी बड़े नेता ने पहली बार उनके पक्ष में सार्वजनिक बयान दिया है।

लालू के इस बयान को कुछ लोग उन खबरों की प्रतिक्रिया के रूप में भी देख रहे हैं जिनके मुताबिक समाजवादी पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव और ममता बनर्जी मिलकर पूर्व राष्ट्रपति एपी जे अब्दुल कलाम को दोबारा राष्ट्रपति बनाए जाने की वकालत कर रहें हैं। लेकिन मंगलवार को मुलायम ने कलाम के समर्थन की बात को नकारते हुए कहा, ''पार्टी ने अभी इस बारे में कोई फैसला नही किया है.''

गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी के एक महासचिव शाहिद सिद्दीकी ने सोमवार को कलाम के समर्थन में बयान देते हुए कहा था कि अगर कलाम के नाम पर सहमति बनती है तो उनकी पार्टी को कोई आपत्ति नहीं होगी।

स्थिति अस्पष्ट

लेकिन मंगलवार को मुलायम ने शाहिद सिद्दीकी के बयान को निजी राय बताकर उन अटकलों को खारिज कर दिया। बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने भी इस मुद्दे पर कुछ भी साफ-साफ कहने से इनकार कर दिया।

मायावती का कहना था, "पहले उम्मीदवार तय होने दीजिएदेखिए कौन राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनता है, उसके बाद ही हम टिप्पणी कर सकते हैं."

ताजा अटकलों का बाजार केंद्रीय कृषि मंत्री और एनसीपी प्रमुख शरद पवार के बयान के बाद गर्म हुआ। पवार ने रविवार को कहा था कि चूंकि प्रमुख राजनीतिक गुटों के पास अपने उम्मीदवार जिताने के लिए पर्याप्त संख्या नहीं है, लिहाजा किसी आम सहमति वाले उम्मीदवार को सामने लाया जाना चाहिए।

उनके इस बयान को कलाम के लिए समर्थन के रूप में देखा जाने लगा लेकिन बाद में पवार ने स्पष्ट किया कि उन्होंने केवल सर्वसम्मति से नाम तय किए जाने की बात की थी किसी का नाम नहीं सुझाया था।

सत्तारूढ़ कांग्रेस ने भी अभी तक इस बारे में अपनी स्थिति साफ नहीं की है। कांग्रेसी नेताओं का सिर्फ यही कहना है कि अगला राष्ट्रपति सभी की सहमति से होगा और ये कोई विवाद का विषय नहीं है। प्रमुख विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी का भी कहना है कि अभी इस बारे में कोई टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी।

अंसारी और कलाम के नामों के अलावा सम्भावित उम्मीदवार के रूप में केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी, रक्षा मंत्री एके एंटनी, कांग्रेस सांसद कर्ण सिंह और लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार के नाम भी चर्चा में शामिल हैं। जबकि गैरराजनीतिक नामों में सैम पित्रोदा और इंफोसिस के एनआर नारायणमूर्ति के नाम चर्चा में हैं।

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