- सीएसजेएम यूनिवर्सटी ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन और पीएचडी स्टूडेंट्स को प्रोवाइड कराएगी डिजिटल प्लेटफॉर्म देना

- हिंदी में तीन हजार से ज्यादा ई बुक अवेलेबल कराएगा सीएसजेएमयू प्रशासन, ई बुक के लिए कई पब्लिशर्स से संपर्क

- 03 हजार से ज्यादा ई-बुक अवेलेबल होगी सेंट्रल लाइब्रेरी में

- 05 हजार से अधिक स्टूडेंट्स स्टडी कर रहे हैं सीएसजेएमयू में

- 08 हजार से अधिक ई-बुक हैं यूनिवर्सिटी में अभी

KANPUR: हिंदी लैंग्वेज में अब साइंस और मैथ्स के साथ प्रोफेशनल कोर्सेस की पढ़ाई की जा सकेगी। दरअसल, सीएसजेएमयू ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन और पीएचडी करने वाले स्टूडेंट्स को डिजिटल प्लेटफॉर्म देना जा रहा है। इसकी रूपरेखा तैयार कर ली गई है। यूनिवर्सिटी में नए सेशन से पहले तीन हजार से अधिक ई-बुक के जरिए स्टूडेंट्स अपनी पढ़ाई कर सकेंगे।

घर पर रहकर भी कर सकेंगे पढ़ाई

¨हदी में ई-बुक उपलब्ध कराए जाने के लिए यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कई पब्लिशर्स से संपर्क किया है। इस महीने ¨हदी लैंग्वेज में एक हजार से अधिक बुक्स स्टूडेंट्स के लिए यूनिवर्सिटी की सेंट्रल लाइब्रेरी में अवलेबल होगी.कुछ समय बाद सभी सब्जेक्ट की ई-बुक स्टूडेंट्स को मुहैया कराई जाएंगी। वह इन्हें अपने घर पर रहकर अपलोड करके स्टडी कर सकेंगे। इसके लिए उनका ई-कार्ड बनाया जाएगा जिसमें छात्रों का नाम, संकाय व वर्ष फीड होगा।

मेल आईडी और पासवर्ड मिलेगा

स्टूडेंट्स को ई-बुक पढ़ने के लिए मेल आईडी और पासवर्ड दिया जाएगा। इसके जरिए वह अपने सिलेबस की बुक्स पढ़ सकेंगे। लाइब्रेरी इंचार्च प्रो। आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि यूनिवर्सिटी में पांच हजार से अधिक स्टूडेंट्स स्टडी कर रहे हैं। इनमें से ज्यादातर ¨हदी लैंग्वेज में पढ़ाई को आसान मानते हैं.यूनिवर्सिटी में अभी आठ हजार से अधिक ई-बुक हैं।

किताबें सुना रहीं आंसर

सीएसजेएमयू में नेत्र दिव्यांग स्टूडेंट्स को पढ़ाने के लिए ऐसा सॉफ्वेयर लगाया गया है जिसके जरिए वह किताबों को सुन सकते हैं। केवल उन्हें किताबों को उस मशीन के ऊपर रखना होगा जिसके बाद वह उसमें लिखे क्वैश्चन, आंसर पढ़ना शुरू कर देगा। इसे यह छात्र हेडफोन के जरिए सुन सकते हैं।