- जिले से 50 हजार स्टूडेंट्स ने करीब 2.5 करोड़ रुपए एग्जाम फीस जमा की है

- डीआईओएस ने कहा बोर्ड की ओर से आदेश जारी होने का कर रहे इंतजार

KANPUR: यूपी बोर्ड के क्लास 10 के स्टूडेंट्स बिना एग्जाम दिए ही प्रमोट करने का आदेश सैटरडे को आया है। अब स्टूडेंट्स को अपनी एग्जाम फीस की चिंता सता रही है। स्टूडेंट्स का कहना है, कि उन्होंने 500 रुपए एग्जाम फीस जमा की थी। कानपुर के 50 हजार स्टूडेंट्स के हिसाब से देखें तो केवल कानपुर से यह राशि ढाई करोड़ रुपए होती है। इतनी राशि को लेकर बोर्ड कोई फैसला करेगा या नहीं, इसे लेकर अभी आदेश जारी होना है। मामले में डीआईओएस सतीश तिवारी का कहना है, कि बोर्ड ने एग्जाम की सारी तैयारियां कर ली थीं। लाखों की संख्या में कॉपियां भेजी जा चुकी थीं, जबकि बोर्ड की ओर से पेपर छपवाने संबंधी कवायद कर ली गई थी। हां, स्टूडेंट्स की फीस वापस होगी या नहीं, इसे लेकर अभी तस्वीर साफ नहीं है।

5000 टीचर जांचते थे 5 लाख कॉपियां

हर साल कानपुर में पांच हजार शिक्षक पांच लाख से अधिक कॉपियां जांचते थे। उस स्थिति में, हर साल शिक्षकों को बोर्ड की ओर से ही लाखों रुपए पारिश्रमिक के तौर पर दिए जाते थे। हालांकि, इस सत्र में जब परीक्षाएं ही नहीं कराई गईं तो शिक्षकों को भी जहां पारिश्रमिक से वंचित रहना पड़ेगा तो बोर्ड के पास भी यह बजट बच जाएगा।