कानपुर (ब्यूरो) कर्नलगंज थाने में तैनात चार सिपाहियों पर चूड़ी कारोबारी से 40 हजार रुपये वसूलने का आरोप लगा था। पीडि़त ने जेसीपी आनंद प्रकाश तिवारी को शिकायत भी दर्ज कराई थी। जेसीपी ने मामले की जांच के आदेश एसीपी सीसामऊ निशंक शर्मा को दिए थे। जिसकी जांच में चारों दोषी पाए गए। इसी मामले में चारों को लाइन हाजिर किया गया है। इसके बाद भी इन्हें प्रशस्ति पत्र दे दिया गया।

जेल भेजने की धमकी देकर
पुलिस ने कर्नलगंज के चूड़ी व्यापारी लियाकत को जुआ खेलने का आरोप लगाकर उठा लिया था। इसके बाद 40 हजार रुपए वसूलने के बाद छोड़ा था। एसीपी सीसामऊ निशंक शर्मा ने बताया कि 26 जुलाई को लियाकत दोस्त बबलू, सीबू, सलमान समेत छह लोगों के साथ घर पर ताश खेल रहे थे। इस दौरान कर्नलगंज थाने के हेड कांस्टेबल प्रदीप सिंह, सिपाही बलवेंद्र पाल, श्याम सिंह और धीरेंद्र ने छापा मारकर सभी को उठा लिया। कानपुर हिंसा के मामले में जेल भेजने की धमकी देकर 40 हजार रुपए वसूले और इसके बाद छोड़ दिया। जांच में आरोप सही पाए गए।

' लिस्ट कुछ दिन पहले की बनी थी, जबकि सिपाही के खिलाफ लाइन हाजिर की कार्रवाई शनिवार देर रात की गई। सिपाही का प्रशस्ति पत्र वापस लिया जाएगा.Ó
बीपी जोगदण्ड, पुलिस कमिश्नर