कानपुर (ब्यूरो)। कानपुराइट्स को जल्द ही 40 नई बसों का तोहफा मिलेगा। इससे पैसेंजर्स को कंफर्ट तो मिलेगा ही, वहीं सेफ्टी के भी इंतजाम होंगे। दरअसल, यूपी के बजट में प्रदेश में 13 सौ से अधिक नई रोडवेज बसों का संचालन करने की घोषणा की गई थी। इसमें 40 बसें कानपुर से चलाई जानी है। ये बसें झकरकटी बस अड्डे समेत अन्य डिपो से यूपी के विभिन्न सिटीज के लिए चलेंगी। रोडवेज आफिसर्स के मुताबिक, पुरानी बसों को रिटायर कर नई बसों को जर्नी के लिए यूज किया जाएगा। इससे सैकड़ों पैसेंजर्स को काफी राहत मिलेगी।

100 नई बसों को टेंडर
रोडवेज आरएम अनिल कुमार ने बताया कि शासन ने 100 नई बसों की बॉडी का निर्माण करने के लिए टेंडर दिया गया है। जिसमें 30 बसें रावतपुर सेंट्रल वर्कशाप में बनाई जाएंगी। वहीं विकास नगर स्थित राम मनोहर लोहिया वर्कशाप में 70 बसों की बॉडी का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि रावतपुर में मेट्रो स्टेशन निर्माण में सेंट्रल वर्कशाप की काफी भाग प्रभावित हुआ है। लिहाजा सेंट्रल वर्कशाप को कम बस एलॉट की गई हैं।

7 रूटों पर नई बसें
रोडवेज आफिसर्स के मुताबिक कानपुर रीजन को एलॉट की गई 40 नई बसों को हरदोई, महोबा, अयोध्या, सीतापुर समेत विभिन्न सात रूटों में चलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि वर्तमान में जिन रूटों में पैसेंजर्स लोड के मुताबिक बसों की संख्या कम है। उन रूटों में नई बसों का संचालन किया जाएगा। इसके अलावा नेशनल हाइवे वाले रूटों में भी कुछ नई बसों का संचालन किया जाएगा। जिससे वर्तमान की अपेक्षा कम समय में पैसेंजर्स अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे।

नाम मात्र निकलता प्रदूषण
सेंट्रल वर्कशाप के जीएम के मुताबिक, वर्तमान में बीएस 6 मॉडल की बसों की बॉडी वर्कशाप में तैयार हो रही है। 30 नई और बसों की बॉडी बनाने का टेंडर मिला है। जिसका निर्माण भी जल्द शुरू किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सबकुछ सही रहा तो दो माह के बाद यह बसें रोड में चलने लगेंगी। उन्होंने बताया कि पहले की रोडवेज बस के मुताबिक बीएस-6 मॉडल की बसें प्रदूषण नाम मात्र ही निकालती है। जिससे सिटी का पाल्यूशन भी कम होगा।

जुलाई में मिली थी 30 नई बसें
रोडवेज आरएम के मुताबिक बीते वर्ष रोडवेज में बेड़े में शामिल हुई 300 से अधिक नई बसों में 30 बसें कानपुर के विकास नगर समेत विभिन्न डिपों को एलॉट की गई थी। जोकि वर्तमान में यूपी के विभिन्न रूटों में संचालित हो रही है। लिहाजा कानपुर रीजन की पुरानी बसों का रिटायर कर नई बसों को बेड़े में शामिल कर पैसेंजर्स की जर्नी को और सुरक्षित बनाया जा रहा है।

10 लाख किमी चल चुकी बसें हटाई जा रही
रोडवेज आफिसर्स के मुताबिक रोडवेज की उन बसों को रूटों से हटा कर स्क्रैप के लिए भेजा जा रहा है। जोकि अपनी आयु पूरी कर चुकी है। इसकी वजह से बसों की संख्या कानपुर रीजन में बीते पांच सालों में कम हुई है। इसको लेकर तत्कालीन आरएम ने नई बसों की डिमांड भेजी थी। जिसमें शासन ने प्राथमिकता में रखते हुए कानपुर रीजन को आठ माह के अंदर 70 नई बसें दी हैं।