- राजधानी में 80 प्रतिशत नालों की सफाई का काम पूरा

- लखनऊ कॉलिंग (पैनल डिस्कशन) पर आए सवालों पर मेयर ने दी जानकारी

LUCKNOW: डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन और जलभराव की समस्या से चिंतित राजधानीवासियों के लिए राहत भरी खबर आई है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की ओर से आयोजित लखनऊ कॉलिंग (पैनल डिस्कशन) से जुड़कर मेयर संयुक्ता भाटिया ने स्पष्ट किया है कि 30 जून तक शत प्रतिशत घरों से कूड़ा कलेक्ट होने लगेगा। साथ ही जलभराव की समस्या भी नहीं होगी। अभी तक करीब 80 फीसदी नालों की सफाई कराई जा चुकी है। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया है कि इस बार नाला सफाई की हर स्तर पर मॉनीटरिंग की जाएगी, जिससे नाला सफाई में लापरवाही नहीं हो सके।

डीजे आईनेक्स्ट की पहल

आम जनता की समस्याओं को जिम्मेदारों तक पहुंचाने और उनका निस्तारण करने के लिए दैनिक जागरण आई नेक्स्ट लखनऊ कॉलिंग वर्चुअल मंच लेकर आया है। इसी सकारात्मक पहल की पहली कड़ी में रविवार को जलभराव और वेस्ट कलेक्शन विषय पर दोपहर दो बजे से जूम एप पर पैनल डिस्कशन आयोजित किया गया।

मेयर ने खुद सुने सवाल और दिए जवाब

पैनल में मुख्य रूप से मेयर संयुक्ता भाटिया मौजूद रहीं। पैनल में शामिल भूतनाथ व्यापार मंडल के अध्यक्ष देवेंद्र गुप्ता, अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के महामंत्री सुरेश छाबलानी और समाज सेवी हेमंत भसीन ने उनके सामने कूड़ा कलेक्शन और जलभराव की समस्या को रखा। इसके साथ ही आम जनता ने भी दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के वाट्सएप नंबर पर टॉपिक से जुड़े कई सवाल भेजे, जिन्हें मेयर के सामने रखा गया। मेयर ने भी सभी सवालों को ध्यान से सुना और एक-एक कर उनका जवाब दिया।

एचएएल के सामने नाला होगा साफ

भूतनाथ व्यापार मंडल के अध्यक्ष देवेंद्र गुप्ता ने बताया कि एचएएल के सामने नाला भरा रहता है, जिससे जलभराव की समस्या आती है।

जवाब-बारिश से पहले नाला साफ करा दिया जाएगा। इसकी मॉनीटरिंग वह खुद करेंगी।

घरों से कूड़ा नहीं उठता

समाजसेवी हेमंत भसीन ने कहा कि डोर टू डोर वेस्ट कलेक्शन की समस्या है। एक तरफ तो प्राइवेट कर्मियों पर नगर निगम शिकंजा कस रहा है, वहीं दूसरी तरफ कोई अन्य विकल्प नहीं दिया जा रहा है।

जवाब- ईकोग्रीन कंपनी को संसाधन दिए जा रहे हैं। चार जोन में शत प्रतिशत कूड़ा कलेक्शन हो रहा है। बाकी चार जोन में 30 जून तक शत प्रतिशत कूड़ा कलेक्शन होने लगेगा।

निर्माण वेस्ट से नालियां जाम

अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के महामंत्री सुरेश छाबलानी ने कहा कि नजीराबाद एरिया में पिछले तीन माह से सीवर लाइन डालने का काम हो रहा है, जिससे सड़कों पर गढ्डे हो गए हैं और नालियां निर्माण सामग्री से जाम हो गई हैं। ऐसे में बारिश में जलभराव होगा।

जवाब- कोरोना काल के चलते काम की रफ्तार धीमी है। पहला प्रयास होगा कि जल्द से जल्द कार्य पूरा हो साथ ही नालियों को प्रॉपर साफ कराया जाएगा, जिससे जलभराव की समस्या नहीं आएगी।

बाक्स

वाट्सएप पर बताई गई समस्याएं और उनका जवाब

1- कैसरबाग लखनऊ रजिस्ट्रार कार्यालय के पास नाला सालों से चोक है, जिससे बारिश में जलभराव होता है।

मिर्जा इशरत बेग, अमीनाबाद

2- हम गुरुनानक नगर वार्ड की एक गली में रहते हैं, हर साल जलभराव होता है। कोई ध्यान ही नहीं दे रहा है। इसी तरह एमरल्ड ग्रीन कॉलोनी निकट बुद्धेश्वर में भी जलभराव की समस्या है।

रवि श्रीवास्तव, नया सरदारी खेड़ा, आलमबाग एवं रोहित कुमार गुप्ता, एमरल्ड ग्रीन कॉलोनी

3- हमारे एरिया में मेनहोल टूटे हुए हैं, जिनसे सीवर का पानी ओवरफ्लो होता है। बारिश में हालात खराब हो जाते हैं।

अहसान अली, हरी नगर, बालागंज

4- घर से कोई भी कूड़ा कलेक्ट करने नहीं आता है। निगम की गाडि़यां घर के सामने से गुजर जाती हैं।

भुवनेश पांडेय, राजाजीपुरम

5- नाली के ऊपर अतिक्रमण किया गया है, जिससे जलभराव होता है।

घंटु गुप्ता, गणेशगंज तीसरी गली

6- पल्टन छावनी में कूड़ा कलेक्शन की कंडीशन खराब है। लोग परेशान होते हैं।

अजय कुशवाहा, पलटन छावनी

(स्पेस की प्रॉब्लम होने की वजह से सभी सवालों को प्रकाशित करना संभव नहीं है। ऐसे में हम कई समस्याएं मैं भी रिपोर्टर कॉलम के माध्यम से प्रकाशित करेंगे, जिससे जिम्मेदार उन्हें संज्ञान में लेकर उनका निस्तारण कराएं)

मेयर ने की अपील

मेयर ने अपील करते हुए कहा है कि कोई भी व्यक्ति नाले-नालियों पर अतिक्रमण न करें। इससे नाले-नालियों की सफाई नहीं हो पाती है और जलभराव की समस्या आती है।