- स्कूलों की लापरवाही के कारण रोके गए यूपी बोर्ड के रिजल्ट

- प्रैक्टिकल के नंबर समय पर न उपलब्ध कराने से परेशानी

LUCKNOW: यूपी बोर्ड हाईस्कूल व इंटरमीडिएट बोर्ड एग्जाम का रिजल्ट संडे को जारी किया। वहीं बोर्ड की ओर से राजधानी के 12 सौ से अधिक स्टूडेंट्स का रिजल्ट नहीं जारी किया गया। ऐसे में इन स्टूडेंट्स को अभी और कुछ दिन रिजल्ट के लिए इंतजार करना होगा। वहीं, कुछ स्टूडेंट्स ऐसे हैं, जिनके रिजल्ट आधे-अधूरे जारी किए गए हैं। तो कई के रिजल्ट अभी तक आए ही नहीं हैं। ज्यादातर स्टूडेंट्स के रिजल्ट स्कूलों की लापरवाही के कारण रोके गए हैं। असल में प्रैक्टिकल और आंतरिक मूल्यांकन के मॉ‌र्क्स समय पर उपलब्ध न कराए जाने के कारण ये स्थिति सामने आई है। इसमें तमाम ऐसे स्कूल शामिल हैं, जिन्होंने निर्धारित क्षमता से अधिक पंजीकरण फॉर्म जमा किए हैं।

स्कूलों के माध्यम से सम्पर्क

सभी मामलों में संबंधित स्कूलों के माध्यम से छात्रों से संपर्क किया जाएगा। जिनकी सूचनाएं अधूरी होंगी, उनसे जानकारी प्राप्त की जाएंगी। इसके अतिरिक्त क्षमता से अधिक पंजीकरण कराने वाले स्कूलों के खिलाफ भी नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। डीआईओएस उमेश त्रिपाठी ने बताया कि बोर्ड की ओर से मार्कशीट उपलब्ध कराए जाने पर ही रिजल्ट रोके जाने के कारण स्पष्ट हो सकेंगे। तभी इन्हें दुरुस्त किया जाएगा। बोर्ड ने प्रदेश में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में करीब 15 फीसदी स्टूडेंट्स का रिजल्ट रोका है।

परीक्षा छोड़ने में ग्रामीण छात्र आगे

राजधानी के करीब 6000 बच्चों ने हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा छोड़ी है। हैरानी की बात है कि इनमें 70 प्रतिशत छात्र-छात्राएं ग्रामीण इलाकों के हैं। हाईस्कूल में काशीश्वर इंटर कॉलेज मोहनलालगंज, एमजी इंटर कॉलेज मलिहाबाद, शिवनन्दन सिंह इंटर कॉलेज छतौनी, बीटीएस इंटर कॉलेज काकौरी, रामपाल त्रिवेदी इंटर कॉलेज गोसाईगंज, शिशु मंदिर इंटर कॉलेज गोसाईगंज, रजत बालिक इंटर कॉलेज इंदिरानगर, देशप्रेमी इंटर कॉलेज माल, आरएसएच स्कूल रहीमाबादए एससी द्विवेदी स्कूल रहीमाबाद, आरबीएम इंटर कॉलेज लोनापुर समेत अन्य शामिल हैं।