140 करोड़ खर्च होंगे सफाई व्यवस्था पर

36 करोड़ खर्च होंगे सॉलिड वेस्ट पर

2 करोड़ खर्च होंगे नए कूड़ाघरों के निर्माण पर

- अभी शत प्रतिशत घरों को वेस्ट कलेक्शन व्यवस्था से जोड़ा नहीं जा सका

- पहले से स्थिति सुधरी, लेकिन अभी मॉनीटरिंग की खासी जरूरत

LUCKNOW

नगर निगम प्रशासन के पास न तो बजट की कमी है न ही संसाधनों और मैन पॉवर की। इसके बावजूद शहर की वेस्ट कलेक्शन और सफाई व्यवस्था पूरी तरह से पटरी पर नहीं आ रही है। हालांकि सफाई से जुड़ी व्यवस्थाएं बेहतर हुई हैं लेकिन अभी इस दिशा में और वर्क किए जाने की जरूरत है। सबसे ज्यादा जरूरत मॉनीटरिंग सिस्टम को मेनटेन करने की है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की मुहिम सफाई जरूरी है के माध्यम से हम हर उस पहलू को सामने लाएंगे, जिससे सफाई व्यवस्था लचर है साथ ही यह भी बताएंगे कि निगम प्रशासन के पास शहर को स्वच्छ बनाने का क्या प्लान है।

140 करोड़ का बजट

शहर सरकार की ओर से सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए 140 करोड़ का बजट पास किया गया है। जिससे साफ है कि शहर सरकार का मुख्य फोकस स्मार्ट शहर को सफाई व्यवस्था की दिशा में अग्रसर करना है लेकिन अभी जो स्थिति है, उसे देखकर कहा जा सकता है कि यह खासी चुनौती भरा कदम होगा।

38 कार्यदायी संस्थाएं भी जुड़ी

सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए नगर निगम में करीब 38 कार्यदायी संस्थाएं भी रजिस्टर्ड हैं। औसतन एक संस्था में 40 से लेकर दो से तीन हजार तक कर्मचारी हैं। मूल बजट से ही कार्यदायी संस्थाओं को भुगतान किया जाता है।

कूड़े के ढेर भी नजर आते

राजधानी में ओपन डंपिंग प्वाइंट्स की भी समस्या है। घनी आबादी वाले इलाकों में यह समस्या ज्यादा देखने को मिलती है। निगम प्रशासन की ओर से इस समस्या को दूर करने के लिए कई बार प्लानिंग की गई लेकिन नतीजा सिफर रहा।

2 करोड़ से बनेंगे नए कूड़ाघर

शहर सरकार की ओर से ओपन डंपिंग प्वाइंट्स की समस्या को दूर करने के लिए नए वित्तीय वर्ष में 2 करोड़ का बजट पास किया गया है। इसके अंतर्गत प्रमुख प्वाइंट्स पर कूड़ाघर बनाए जाएंगे।

वेस्ट कलेक्शन पर भी सवाल

डोर टू डोर वेस्ट कलेक्शन व्यवस्था की स्थिति भी चिंताजनक है। 55 से 60 फीसदी घरों से ही वेस्ट कलेक्ट हो रहा है। निगम प्रशासन का दावा है कि 30 जून तक शत प्रतिशत घरों को वेस्ट कलेक्शन व्यवस्था से जोड़ दिया जाएगा। हालांकि इस दावे की सही तस्वीर 1 जुलाई या उसके बाद ही सामने आएगी।

मैन पॉवर की कमी नहीं

सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने की दिशा में मैन पॉवर की भी कमी नहीं है। वर्तमान समय में 10 हजार से अधिक कर्मचारी सफाई व्यवस्था से जुड़े हैं। इन कर्मचारियों में नगर निगम और कार्यदायी संस्थाओं के कर्मचारी शामिल हैं।

मॉनीटरिंग सिस्टम नहीं

मेयर और नगर आयुक्त की ओर से समय-समय पर सफाई व्यवस्था की स्थिति जानने के लिए वार्डवार निरीक्षण किया जाता है। जिसके बाद कुछ दिन तक तो स्थिति बेहतर रहती है लेकिन फिर हालात जस के तस हो जाते हैं। ऐसे में जरूरी है कि सफाई व्यवस्था के लिए प्रॉपर मॉनीटरिंग सिस्टम लागू किया जाए।

लोग भी समझें जिम्मेदारी

शहर को साफ रखने की जितनी जिम्मेदारी नगर निगम की है, उतनी ही जनता की भी है। निगम प्रशासन की ओर से वार्डवार जागरुकता अभियान चलाया जाता है, पब्लिक से डस्टबिन में वेस्ट रखने की अपील की जाती है, बावजूद इसके लोग सड़कों पर ही वेस्ट फेंक देते हैं।

अगर आपके वार्ड में भी सफाई या वेस्ट कलेक्शन से जुड़ी कोई समस्या है तो हमें 7570045111 नंबर पर वाट्सएप करें।