लखनऊ (ब्यूरो)। बैठक के दौरान नजूल अधिकारी आनन्द कुमार सिंह ने बताया कि अनुभाग में नजूल भूमि बंदोबस्त के लगभग 200 नक्शे एवं 50 रजिस्टर उपलब्ध हैं। इस पर वीसी ने कहा कि रजिस्टर से प्रापर्टी की डिटेल देखकर नक्शे में नजूल भूमि की कलर मार्किंग करा ली जाए, जिससे कि नजूल भूमि के चिन्हीकरण में आसानी हो सके। इसके बाद जीआईएस एप्लीकेशन पर मास्टर प्लान व खसरा पर नजूल के नक्शों को सुपर इम्पोज़ करा लिया जाए। वहीं, रजिस्टरों के डिजिटाइजेशन के संबंध में वीसी ने कहा कि अधिक मैन पॉवर लगाकर इन सारे रजिस्टरों की उसी फॉर्मेट पर आज की तारीख में नकल बनाई जाए। नकल तैयार होने पर इसे किसी जिम्मेदार प्रभारी अधिकारी से क्रॉस चेक करा लिया जाए। इस कार्रवाई की मॉनिटरिंग करने के बाद नजूल अधिकारी द्वारा इन रजिस्टरों में अंकित डाटा को कम्प्यूटर में फीड कराया जाए।

सात रजिस्ट्री के लिए आवेदन आये

एलडीए परिसर में चल रहे रेंट संपत्तियों के कैंप में बुधवार को 16 आवंटियों ने जहां किराया जमा कराया, वहीं दूसरी तरफ सात रजिस्ट्री के लिए आवेदन भी आए। वहीं कैंप में 23 लोगों ने अपनी संपत्तियों का किराया जमा करने के साथ ही रजिस्ट्री से संबंधित प्रक्रिया की जानकारी प्राप्त की।

6.90 लाख रुपए जमा

ओएसडी राजीव कुमार ने बताया कि प्राधिकरण कोष में लगभग 6.90 लाख जमा हुए। प्राधिकरण द्वारा अपने किरायेदारों को व्यक्तिगत रूप से संपर्क कर शिविर में आकर लाभ उठाने के लिए आमंत्रित किया गया है। कैंप में प्राधिकरण के अपर सचिव ज्ञानेन्द्र वर्मा व उप सचिव माधवेश कुमार सहित योजनाओं के अधिकारी-योजना सहायक भी उपस्थित रहे।

आज से विशेष कैंप लगेगा

एलडीए की ओर से गुरुवार को सेक्टर-एच जानकीपुरम योजना स्थित सामुदायिक केंद्र में एक विशेष नामांतरण कैंप लगाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस कैंप में जानकीपुरम योजना में किसानों को आवंटित चबूतरों के आवंटियों की मृत्यु हो जाने की दशा में संपत्ति का नामांतरण उसके उत्तराधिकारियों के पक्ष में कराने तथा निबंधन कराने के इच्छुक लोग इस शिविर में जाकर अपने कार्य करा सकते हैं। इस शिविर में किसानों से प्राप्त प्रार्थना पत्रों का निस्तारण नियमानुसार समयबद्ध किया जाएगा।