- एडवांस्ड मीटरिंग इंफ्रास्ट्रक्चर नियमावली का हुआ उल्लंघन

- उपभोक्ता परिषद ने नियामक आयोग में दाखिल किया जनहित प्रत्यावेदन

- कमांड देने पर भी नहीं चालू हुए थे 1594 स्मार्ट मीटर

LUCKNOW: उपभोक्ता परिषद् ने विद्युत नियामक आयोग में एक लोकमहत्व जनहित प्रत्यावेदन दाखिल कर एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लि। (ईईएसएल) एलएनटी पावर कार्पोरेशन व मीटर निर्माता कंपनी सबके खिलाफ जनहित में सख्त कार्रवाई की मांग की है। परिषद् ने ईईएसएल द्वारा केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण द्वारा जारी स्मार्ट मीटर नियमावली एडवांस्ड मीटरिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की जारी शतरें का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। परिषद अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने नियामक आयोग चेयरमैन आरपी सिंह से पूरे मामले पर बात कर उपभोक्ताओं की समस्या से अवगत कराया। आयोग चेयरमैन ने कहा कि पावर कार्पोरेशन की रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद उपभोक्ता हित में आयोग निर्णय लेगा।

1594 कमांड देने के बाद ठीक नहीं हुए

उप्र राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष ने कहा कि एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लि के प्रबंध निदेशक ने खुद माना है कि लगभग 1594 स्मार्ट मीटर सिस्टम से कमांड देने के बाद भी ठीक नहीं हुए। उसमे संचार की प्रॉब्लम थी फिर 180 टीम फील्ड में लगाकर उसे चालू कराया गया। मतलब पुरानी टेक्नोलॉजी 2 जी और 3 जी फेल हुई। ईईएसएल द्वारा यह भी कहा गया है कि कुछ मीटरों को पोल से डायरेक्ट किया गया तब सप्लाई शुरू हुई। इससे यह सिद्ध होता है कि वर्तमान लगे स्मार्ट मीटर की तकनीक में बड़ी खामी है जो भविष्य में चुनौती साबित होगी। वहीं दूसरी ओर उपभोक्ता परिषद् स्वत: रियल्टी चेक के लिए लखनऊ में एक उपभोक्ता के घर गया फिर चार दिन बाद उसके यहां आपूर्ति बहाल हुई। यह सिद्ध करता है कि मीटर भी घटिया तकनीकी आधारित है।