11 सेक्टर्स में बंटा है जानकीपुरम विस्तार
9 सेक्टर्स में बसी है आवासीय बस्ती
25 साल पहले योजना स्वरूप में आई
16 साल से लोग यहां बसने लगे
5 प्रमुख समस्याएं हैं विस्तार में
2 लाख आबादी समस्याओं से जूझ रही
- घनी वाले जानकीपुरम विस्तार में सुविधाओं का अभाव
- एलडीए में कई बार कंपलेन की गई लेकिन नतीजा सिफर रहा
LUCKNOWबड़ी उम्मीदों के साथ लोगों ने जानकीपुरम विस्तार में सपनों का आशियाना लिया था। गुजरते वक्त के साथ उनकी उम्मीदें धूमिल होने लगीं। सालों इंतजार के बाद भी आज तक लोग यहां सुविधाओं से वंचित हैं। स्थिति यह है कि खराब सड़कें और कूड़े के ढेर जानकीपुरम विस्तार की पहचान बन चुके हैं।
16 साल पहले बसी बस्ती
एलडीए की जानकीपुरम विस्तार योजना में करीब 16 साल पहले आवासीय बस्ती बसना शुरू हो गई थी, जो अब घनी बस्ती में तब्दील हो चुकी है।
11 सेक्टर में बंटा है विस्तार
जानकीपुरम विस्तार योजना कितनी बड़ी है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पूरी योजना 11 सेक्टर्स में बंटी है और इसमें से नौ सेक्टर्स में आवासीय बस्ती है।
ये हैं प्रमुख समस्याएं (सभी की फोटो हैं)
1- खराब सड़कें
यहां किसी भी सेक्टर में रोड्स की कंडीशन अच्छी नहीं है। मेन रोड की भी हालत बेहद जर्जर है। सेक्टर छह में दो से तीन साल पहले रोड तो बनी लेकिन अब यह रोड बदहाली के दौर से गुजर रही है। इसी तरह सेक्टर तीन, पांच और आठ में पानी के कनेक्शन देने के लिए सड़कों की कटिंग की गई, जिसे आज तक ठीक नहीं किया गया। स्थानीय लोगों की माने तो यह मामला जल निगम और एलडीए के बीच उलझ कर रह गया है।
ये सड़कें बेहद खराब
1- मुलायम तिराहे से नहर रोड
2- भिटौली रेलवे क्रॉसिंग से गोल चौराहा भवानी बाजार जाने वाली रोड
3- सेक्टर पांच की रोड
2- वेस्ट कलेक्शन की व्यवस्था नहीं
किसी भी सेक्टर में डोर टू डोर वेस्ट कलेक्शन की सुविधा नहीं है। स्थानीय लोगों की माने तो प्राइवेट कर्मचारी घरों से वेस्ट ले जाते हैं। घरों से प्रॉपर वेस्ट कलेक्शन की सुविधा न होने से लोग सड़क किनारे या इधर-उधर वेस्ट फेंकने के लिए मजबूर हैं। जिससे सेक्टर आठ, सेक्टर तीन में रोड्स किनारे व तालाब में वेस्ट के ढेर देखे जा सकते हैं।
3- गड्ढों में भर गया पानी
रोड्स में काबिज गड्ढों में बारिश का पानी भर गया है। अटल चौराहे के पास रोड पर पानी का जमाव है। लोगों को डर है कि यहां कहीं किसी दिन कोई हादसा न हो जाए।
4- डंपिंग स्टेशन बना शोपीस
लोगों की माने तो सेक्टर दो में एलडीए की ओर से डंपिंग स्टेशन बनाया गया था। जिससे एक स्थान पर वेस्ट कलेक्ट हो सके और यहां से प्रॉपर वेस्ट का निस्तारण हो सके। स्थिति यह है कि डंपिंग स्टेशन आज तक बंद पड़ा हुआ है।
5- नालियों से गुजर रहे पाइप
लोगों ने बताया कि पूरे एरिया में नालियों से वाटर लाइन गुजर रही है। लोगों ने बताया कि जब वाटर लाइन में लीकेज हो जाता है तो घरों में दूषित जलापूर्ति होने लगती है।
नगर निगम को होगी हैंडओवर
हाल में ही एलडीए प्रशासन की ओर से उक्त योजना को नगर निगम को हैंडओवर किए जाने का निर्णय लिया गया है। इसकी प्रक्रिया शुरू जरूर हो गई है लेकिन अभी कुछ समय लग सकता है।
बाक्स
बोले लोग (सभी की फोटो)
लंबा वक्त गुजर चुका है लेकिन अभी तक समस्याएं जस की तस बनी हुई है। मूलभूत सुविधाओं के अभाव के चलते खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
डॉ। अगम दयाल, सेक्टर 6, जानकीपुरम विस्तार
न बेहतर रोड्स हैं न ही वेस्ट कलेक्शन की सुविधा है। नालियों से पेयजल लाइन गुजर रही है। कई बार एलडीए से लेकर नगर निगम में कंपलेन दर्ज कराई गई लेकिन नतीजा सिफर रहा। जल्द से जल्द समस्याओं को दूर किया जाए।
पंकज तिवारी, संस्थापक संयोजक, लखनऊ जनविकास महासभा
उम्मीद थी कि गुजरते वक्त के साथ समस्याएं दूर हो जाएंगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अब तो हालात पहले से भी ज्यादा बदतर होते जा रहे हैं। जिम्मेदारों को तुरंत इस तरफ ध्यान देना होगा।
अजय यादव, मंत्री, जनविकास महासभा
रोड्स की कंडीशन ठीक न होने की वजह से हादसे होने का खतरा बना रहता है। बारिश होने पर तो स्थिति और भी ज्यादा खराब हो जाती है। सभी समस्याओं का तुरंत निस्तारण बेहद जरूरी है।
एसके बाजपेयी, अध्यक्ष, लक्ष्य जनकल्याण समिति, सेक्टर 6, जानकीपुरम विस्तार
रोड्स की कंडीशन बेहद खराब है। रोड्स के किनारे कूड़े के ढेर आसानी से देखे जा सकते हैं। कई बार शिकायतें किए जाने के बावजूद कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
आदर्श श्रीवास्तव, जनसंपर्क अधिकारी, सेक्टर 3, जानकीपुरम विस्तार कल्याण समिति
पूरी योजना समस्याओं के मकड़जाल में घिरी हुई है। जिसकी वजह से योजना में रहने वाले लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
राजीव कुमार गुप्ता, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, सेक्टर तीन, जानकीपुरम विस्तार कल्याण समिति
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