- 754.24 करोड़ की बैंक ठगी का मामला

- ईडी भी शुरू कर सकती है जांच, तीन सीए से भी पूछताछ की तैयारी

रुष्टयहृह्रङ्ख : बसपा विधायक विनय शंकर तिवारी के विरुद्ध 754.24 करोड़ रुपये के बैंक घोटाले की जांच में सीबीआई के राडार पर करीब 20 बैंक खाते हैं। सीबीआइ ने करोड़ों रुपये की बैंक ठगी के इस मामले में सोमवार को लखनऊ व नोएडा में छापेमारी के दौरान जो दस्तावेज जुटाए थे, उनके आधार पर अब तीन चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) समेत करीब 15 लोगों से पूछताछ की जाएगी। इनमें बसपा विधायक विनय, उनकी पत्नी रीता तिवारी व अजीत पांडेय भी शामिल होंगे। वहीं प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी इस मामले में जल्द अपनी जांच शुरू कर सकता है। सूत्रों का कहना है कि ईडी अभी इस मामले में सीबीआइ की एफआइआर का अध्ययन कर रही है।

सीबीआइ को बसपा विधायक विनय की कंस्ट्रक्शन कंपनी गंगोत्री इंटरप्राइसेस लिमिटेड तथा अजीत पांडेय की कंपनी रॉयल इंपायर मार्के¨टग लिमिटेड से जुड़े 20 बैंक खातों की जानकारी मिली है, जिनका ब्योरा खंगाला जा रहा है। इन खातों से किन-किन खातों में कितनी रकम का लेनदेन हुआ है और बैंक से लोन ली गई रकम किन खातों में ट्रांसफर की गई थी। इन सभी ¨बदुओं पर सिलसिलेवार पड़ताल शुरू कर दी गई है। सीबीआइ बैंक खातों से हुए लेनदेन को लेकर ही जल्द तीन सीए समेत अन्य लोगों से पूछताछ भी करेगी। बैक फ्रॉड के इस मामले में सीबीआइ दिल्ली की एंटी करप्शन ब्रांच ने आठ अक्टूबर को धोखाधड़ी की एफआइआर दर्ज की थी।

बताया गया कि बैंक ने सीबीआइ को गायत्री इंटरप्राइसेस कंपनी के डायरेक्टर व प्रमोटर्स की सूची भी सौंपी है, जिसमें विधायक विनय के पिता व गोरखपुर के बाहुबली नेता हरिशंकर तिवारी, बहन कामिनी त्रिपाठी, विधान परिषद के पूर्व सभापति ग.ोश शंकर पांडेय व उनके पुत्र सुदेश पांडेय, आनंद शंकर तिवारी व रामजी पांडेय समेत अन्य लोगों के नाम शामिल हैं। आरोपित अजीत पांडेय इस कंपनी के निदेशक मंडल में शामिल हैं। ध्यान रहे, सीबीआइ ने 754.24 करोड़ रुपये की ठगी के मामले में बसपा विधायक विनय, उनकी पत्नी रीता तिवारी व अजीत पांडेय के विरुद्ध केस दर्ज कर जांच शुरू की है।