94 किमी। रिंग रोड की कुल लंबाई

4 मुख्य सेतु प्रोजेक्ट में

42 लघु सेतु प्रोजेक्ट में

5 आरओबी भी शामिल

8 फ्लाईओवर्स भी प्रोजेक्ट में

89.163 किमी। सर्विस रोड (दाएं) की लंबाई

89.922 किमी। सर्विस रोड (बाएं)की कुल लंबाई

5214 करोड़ कुल लागत

- सीतापुर रोड से हरदोई रोड के बीच में तैयार किया जा रहा है यह सेक्शन, काम लगभग अंतिम चरण में

- कोरोना के चलते निर्माण की रफ्तार धीमी रही, लेकिन अब फिर से युद्धस्तर पर शुरू हुआ काम

LUCKNOWआउटर रिंग रोड के निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए युद्धस्तर पर काम किया जा रहा है। जिस रफ्तार से काम हो रहा है, उससे साफ है कि फरवरी 2022 तक रिंग रोड के एक सेक्शन सीतापुर रोड से हरदोई रोड का काम पूरा हो सकता है और इसे जनता के लिए खोला जा सकता है। इस सेक्शन की दूरी करीब 20 किमी। है। कोरोना की सेकंड वेव के चलते निर्माण कार्य की रफ्तार पर असर जरुर पड़ा था लेकिन अब कोरोना की सेकंड वेव थमने के बाद निर्माण कार्यो को फिर से तेजी से शुरू कर दिया गया है। जिससे जनता को जल्द से जल्द योजनाओं का लाभ मिल सके।

8 लेन का है आउटर रिंग रोड

आउटर रिंग रोड के बक्शी का तालाब से गोमती नदी तक 8 लेन वाले सेक्शन में कार्य किया जा रहा है। यह सेक्शन सीतापुर रोड से हरदोई रोड होते हुए मोहान रोड आगरा एक्सप्रेस वे तक लगभग तीस किमी। लंबे पैकेज-दो का भाग है।

गोमती नदी पर पिलर तैयार

बक्शी के तालाब से गोमती नदी तक अधिकांश सड़क ब्लैक टॉप हो चुकी हैं। अभी तक के निर्माण की बात करें तो गोमती नदी पर पिलर बनाए जा रहे हैं और गर्डर ढल चुके हैं। इस रफ्तार से साफ है कि फरवरी 2022 तक यह सेक्शन जनता के लिए शुरू हो सकता है। इस सेक्शन के शुरू होने के बाद जनता को खासी राहत मिलेगी।

ये फायदे होंगे

1-यह रिंग रोड लखनऊ को सुल्तानपुर, नगराम, रायबरेली, कानपुर, मोहान, हरदोई, सीतापुर, कुर्सी, फैजाबाद और आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे को जोड़ेगा

2-इस रिंग रोड से पर्यटन को फायदा होगा

3-बिजनेस के लिए मददगार साबित होगा

4-यातायात समयावधि में कमी आएगी

5-भारी वाहनों की शहर में एंट्री न होने से हादसे रुकेंगे

यहां बनेगा फ्लाईओवर

वर्तमान समय की बात करें तो राजधानी में वृंदावन-उतरेठिया ओवरब्रिज का निर्माण कराया जा रहा है। जल्द ही इंजीनियरिंग कॉलेज से आईआईएम भिठौली तक लगभग दो किमी। लंबे फ्लाईओवर का निर्माण भी शुरू कराया जाएगा। जिससे जनता को खासी राहत मिलेगी। इसी तरह 15 अगस्त तक चरक फ्लाईओवर के भी बनने की पूरी संभावना है। इस फ्लाईओवर के शुरू होने से चौक, नक्खास, हैदरगंज सहित राजधानी के पुराने इलाकों में रहने वाली जनता को खासी राहत मिल सकेगी।

वर्जन

आउटर रिंग रोड व अन्य फ्लाईओवर्स के निर्माण जल्द से जल्द पूरे किए जाएंगे। जिससे यातायात सुगम होने से जनता को खासी राहत मिल सके।

दिवाकर त्रिपाठी, सांसद प्रतिनिधि