- आठ नए एप्रन के साथ दो टैक्सी-वे बनाने का काम शुरू

- एयरपोर्ट पर फिर से शुरू हुआ रनवे को रीकारपेट करने का काम

रुष्टयहृह्रङ्ख : मुंबई जैसे महानगरों के एयरपोर्ट की तर्ज पर चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर भी एक साथ कई विमान उड़ने को तैयार हो सकेंगे। एयरपोर्ट पर विमान के उतरने के बाद उसके लिए बने टैक्सी-वे और खड़े होने वाले स्थल एप्रन की क्षमता बढ़ाने का काम शुरू हो गया है। दो नए टैक्सी-वे बनाने के साथ आठ एप्रन बनाए जा रहे हैं। पहले चरण का काम 31 दिसंबर 2020 तक पूरा हो जाएगा।

लखनऊ एयरपोर्ट एक नवंबर की मध्य रात्रि से अडानी ग्रुप के जिम्मे होगा। इसे देखते हुए लखनऊ एयरपोर्ट पर विमानों की संख्या भी बढ़ेगी। टर्मिनल 3 को पूरा करने के लिए यहां भी काम तेजी से चल रहा है, जबकि नए टर्मिनल 3 को शहीद पथ से सीधे जोड़ने के लिए नया ओवरब्रिज भी बन रहा है। अब एयरपोर्ट पर विमानों की ऑपरेशनल क्षमता बढ़ाने के लिए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने आठ नए एप्रन बनाने का काम शुरू किया है। लखनऊ के घरेलू एयरपोर्ट पर केवल एक ही एयरोब्रिज है। ऐसे में एक साथ कई विमानों के आने पर यह विमान एप्रन पर खड़े होते हैं, जहां बोर्डिग काउंटर पर चेक इन कर यात्री एयरलाइन की बसों से पहुंचते हैं। अभी आठ एप्रन हैं। व्यस्त समय में यह एप्रन कम पड़ते हैं। नया एप्रन बनने से घरेलू और इंटरनेशनल 22 विमानों के लिए स्थान उपलब्ध होगा। रनवे को जोड़ने के लिए दो नए टैक्सी-वे का काम भी साथ ही चलेगा। इससे महानगरों की तरह एक बार में तीन से चार विमानों का संचालन संभव हो सकेगा।

-------

कई विमानों का समय बदला

एयरपोर्ट प्रशासन ने रनवे की मरम्मत शुरू कर दी है। इसके चलते 31 मार्च तक रात 10:30 से सुबह 5:30 बजे तक विमानों का संचालन बंद रहेगा। इस कारण देर रात आने और तड़के रवाना होने वाले 11 विमानों के समय में बदलाव किया गया है। मुंबई से रात 12:10 बजे आने वाली गो एयर के विमान के साथ पुणे सहित कई शहरों के विमान इनमें शामिल हैं।