- शूटरों की घेराबंदी पुलिस ने की तेज

रुष्टयहृह्रङ्ख/1ड्डह्मड्डठ्ठड्डह्यद्ब अजीत सिंह के हत्यारों के मददगारों अंकुर और बंधन पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है। डीसीपी पूर्वी संजीव सुमन ने दोनों को इनामी घोषित किया है। पुलिस दोनों आरोपितों की तलाश कर रही है।

मुंबई में छिपने की आशंका

आशंका है कि दोनों मददगार मुंबई में छिपे हैं। पुलिस की एक टीम ने मुंबई में डेरा डाला है, लेकिन उनका सुराग नहीं लगा सकी है। पुलिस ने वह गाड़ी बरामद कर ली थी, जिससे दोनों आए थे। यह गाड़ी रोहतास प्लूमेरिया में खड़ी की गई थी। उधर, पुलिस ने अभी तक घायल शूटर के मददगार पूर्व सांसद और नर्सिग होम संचालक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। खास बात यह है कि दोनों का नाम तक लेने से पुलिस अधिकारी कतरा रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि पुलिस के पास दोनों के खिलाफ मजबूत साक्ष्य मिले हैं। माना जा रहा है कि लखनऊ पुलिस शासन से निर्देश मिलने का इंतजार कर रही है। बताया जा रहा है कि आजमगढ़ जेल में बंद कुंटू सिंह और तिहाड़ जेल में बंद गिरधारी से पुलिस पूछताछ करेगी।

गिरधारी 22 को वाराणसी आएगा

जरायम की दुनिया में वाराणसी से लेकर दिल्ली तक सिर्फ एक ही नाम चर्चा में है गिरधारी विश्वकर्मा। पुलिस की क्राइम डायरी में भी यही नाम दर्ज है, लेकिन असल जिदंगी में उसे गिरधारी लोहार, डॉक्टर, टग्गर, डीएम, रॉबिनहुड के नाम से भी जाना जाता है। 30 सितम्बर 2019 में वाराणसी के सदर तहसील परिसर में दिनदहाड़े ठेकेदार नीतेश सिंह को मौत का डोज देने के बाद सुर्खियों में आए गिरधारी लोहार को पकड़ने के लिए वाराणसी पुलिस ने पूरी ताकत लगा दी, लेकिन वेश बदलने में मास्टर एक लाख इनामी गिरफ्त में नहीं आया। 11 जनवरी को सूचना मिली कि गिरधारी दिल्ली में पकड़ा गया तो वाराणसी पुलिस ने राहत की सांस ली। इसके अगले दिन से उसे वाराणसी लाने का प्रयास शुरू हो गया। तिहाड़ जेल में बंद गिरधारी को वाराणसी कोर्ट में पेश करने के लिए वारंट बी का तामिला जेल प्रशासन को कराया गया है। इसके लिए 22 जनवरी की तारीख भी मुकर्रर कर रखी है। यानी 22 जनवरी को गिरधारी लोहार वाराणसी आएगा।

अड़चन नहीं आई तो आना तय

शिवपुर थाना प्रभारी राजीव रंजन उपाध्याय के अनुसार कोर्ट के जरिए तिहाड़ जेल प्रशासन को वारंट बी का तामिला करा दिया गया हैण् कोर्ट ने 22 जनवरी को वाराणसी में पेश होने की तारीख भी तय कर दी है। अगर कोई अड़चन नहीं आई तो 22 जनवरी को नीतेश की हत्या का मुख्य आरोपी एक लाख का इनामी गिरधारी विश्वकर्मा वाराणसी आ जाएगा। इसके बाद नीतेश हत्याकांड का खुलासा भी हो सकता है। नीतेश की हत्या में शामिल और साजिश रचने वालों को भी पकड़ जा सकता है।