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रुष्टयहृह्रङ्ख : माउंटेन एलायंस कंपनी के निदेशक ने मछली पालन व्यवसाय में निवेश करने पर 14 महीने में दोगुनी रकम मिलने का झांसा देकर रायबरेली के चार युवकों से 33 लाख ऐंठ लिये। लाखों रुपये लगाने के बाद भी युवकों को जब मुनाफा नहीं मिला तो वह कंपनी के ऑफिस पहुंचे, जहां उन्हें ताला लगा मिला। पीडि़तों ने विभूतिखंड कोतवाली में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है।

75 हजार प्रति महीने का दिया लालच

रायबरेली वीरभानपुर निवासी आदित्य त्रिपाठी के मुताबिक नवंबर में उन्हें माउंटेन एलायंस की महिला कर्मचारी ने फोन किया था, जिसने कंपनी के मछली पालन व्यापार से जुड़े होने का दावा किया था। आदित्य के मुताबिक महिला से बात होने के बाद वह दोस्त बृजभान सिंह, शिवेंद्र सिंह और सुरेंद्र के साथ विभूतिखंड स्थित कंपनी के दफ्तर पहुंचे थे। उन्हें बताया गया कि साढ़े पांच लाख लगाने पर 14 महीने तक हर माह 75 हजार रुपये मिलेंगे। यह रकम टुकड़ों या फिर एक साथ ली जा सकती है।

दस लाख का किया निवेश

आदित्य के मुताबिक 14 महीने में ही साढ़े पांच लाख की जगह दस लाख 50 हजार रुपये मिलने की बात सुन कर वह निवेश के लिए तैयार हो गए थे। उनके साथ शिवेंद्र, बृजभान और सुरेंद्र ने भी रुपये जमा किए थे। आरोप है कि कंपनी के निदेशक विश्वनाथ निषाद ने बताया था कि 14 महीने तक मछलियों को पालने और उनकी बिक्री करने तक का सारा काम कंपनी की तरफ से किया जाएगा। पीडि़त के मुताबिक ब्याज की रकम नहीं मिलने पर वह लोग दफ्तर पहुंचे थे। पूछताछ पर विश्वनाथ निषाद टाल-मटोल करने लगा और इसके कुछ दिनों बाद वह ऑफिस पर ताला लगाकर भाग गया। इंस्पेक्टर विभूतिखंड के मुताबिक पीडि़तों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।