लखनऊ (ब्यूरो)। निगम प्रशासन की ओर से ऐसी रोड्स को लेकर सर्वे कराया गया था, जो पूरी तरह से बदहाल हो चुकी हैैं या यह कहें कि पूरी तरह से गड्ढों में तब्दील हो चुकी हैैं। इनकी वजह से हादसे होने के साथ ही राहगीरों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ ही इन रोड्स पर उड़ती धूल के कारण एयर पॉल्यूशन के ग्राफ का भी खतरा मंडरा रहा था।

पहले चरण में 38 प्वाइंट्स
निगम प्रशासन की ओर से पहले चरण में 38 प्वाइंट्स शामिल किए गए हैैं, जहां रोड्स का रस्टोरेशन होगा। इसमें गोमतीनगर, हजरतगंज, अलीगंज, आलमबाग, तेलीबाग इत्यादि एरिया शामिल हैैं।


इन रोड्स की बदलेगी तस्वीर
1- बहुखंडी रोड
2- प्रेम नगर में क्षतिग्रस्त सीसी रोड
3- लालकुआं में पीसीएफ बिल्डिंग से महाकालेश्वर मार्ग
4- जगदीश चंद्र बोस वार्ड में विभिन्न गलियों में सुधार कार्य
5- गोलागंज वार्ड की कई रोड्स
6- विश्व संवाद केंद्र के आगे से गोमती बंधा तक
7- विक्रमादित्य मार्ग से विवेकानंद रोड
8- क्ले स्क्वॉयर रोड
9- सुंदरबाग की रोड्स
10- जनेश्वर मिश्र पार्क के सामने से पैराडाइज चौराहा तक नवीनीकरण का कार्य
11- विशाल खंड व विवेक खंड में कई रोड्स
12- बसंतकुंज कॉलोनी भरवारा की रोड
13- इंदिरा ब्रिज के बगल में सर्विस लेन
(इसके अतिरिक्त कई अन्य रोड्स भी हैैं, जिनकी तस्वीर बदलेगी)

क्वालिटी पर फोकस
निगम प्रशासन की ओर से इस बार रोड्स की क्वालिटी पर फोकस किया जा रहा है। निगम की ओर से निर्देश दिए गए हैैं कि निर्माण सामग्री की क्वालिटी के साथ कोई खिलवाड़ न किया जाए। निर्माण के दौरान मॉनीटरिंग भी की जाएगी। जिससे कोई खामी मिलती है तो दूर किया जा सके।

इंजीनियरों को जिम्मेदारी
रोड्स निर्माण का कार्य जल्द पूरा हो, इसके लिए अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जा रही है। हर जोन में संबंधित इंजीनियरों को इसकी जिम्मेदारी दी जा सकती है। इसके साथ ही नगर आयुक्त लेवल पर भी नियमित रूप से उक्त कार्य की समीक्षा की जाएगी और हर एक रोड की रेस्टोरेशन रिपोर्ट भी तैयार कराई जाएगी। जिससे सारी स्थिति अपने आप साफ हो जाएगी।

ऐसी रोड्स को चिन्हित किया जा चुका है, जो पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हैैं। अब इन सभी को बेहतर बनाने की दिशा में कदम आगे बढ़ाए जा रहे हैैं। हमारा प्रयास यही है कि पूरे शहर में कोई भी रोड क्षतिग्रस्त न रहे।

अजय कुमार द्विवेदी, नगर आयुक्त