लखनऊ (ब्यूरो)। हाल में ही मध्यांचल प्रशासन की ओर से सभी 19 जिलों के बिजली बकाएदारों का नए सिरे से डेटा तैयार किया गया है। जिससे यह स्पष्ट हुआ है कि करीब साढ़े चार लाख उपभोक्ता ऐसे हैैं, जिन पर 50 हजार से एक लाख रुपया बाकी है लेकिन वो लोग ओटीएस का लाभ लेने नहीं आ रहे हैैं।


साढ़े तीन लाख पर 50 हजार
मध्यांचल प्रशासन की माने तो करीब साढ़े तीन लाख उपभोक्ता ऐसे हैैं, जिन पर बिजली का 50 हजार से लेकर 1 लाख तक बाकी है। इन सभी उपभोक्ताओं को पहले भी एसएमएस भेजा जा चुका है।


98 हजार पर 1 लाख बाकी
बड़े बिजली बकाएदारों की बात की जाए तो करीब 98 हजार उपभोक्ता ऐसे हैैं, जिन पर एक लाख या उससे अधिक बिजली राशि बाकी है। इन उपभोक्ताओं से भी कई बार संपर्क किया गया लेकिन इनकी तरफ से कोई रिस्पांस नहीं आया।


बिल हो सकते रिवाइज्ड
साढ़े चार लाख उपभोक्ताओं में कई उपभोक्ता ऐसे भी होंगे, जिनका बिजली बिल रिवाइज्ड होना होगा। बिल रिवाइज्ड होने पर बकाये की राशि काफी हद तक कम हो सकती है लेकिन हैरानी की बात तो यह है कि उपभोक्ता अपना बिल भी रिवाइज्ड कराने नहीं आ रहे हैैं। मध्यांचल प्रशासन की ओर से अपील की गई है कि अगर बकाएदार उपभोक्ताओं को लगता है कि उनका बिल रिवाइज्ड होना है तो वह अपने उपकेंद्र में अधिकारियों से तत्काल संपर्क करें।

नोटिस भेजने की तैयारी
अब मध्यांचल प्रशासन की ओर से इन सभी बिजली बकाएदारों को नए सिरे से नोटिस भेजने की तैयारी की जा रही है। जिसके माध्यम से उपभोक्ताओं से अपील की जाएगी कि वे लोग ओटीएस का लाभ लें।


बकाएदार उपभोक्ताओं से यही अपील है कि 15 दिसंबर से पहले ओटीएस का लाभ जरूर लें। अगर किसी उपभोक्ता की बिल संबंधी कोई समस्या है तो तत्काल उसका समाधान कराया जाएगा।
सूर्यपाल गंगवार, एमडी, मध्यांचल डिस्कॉम