- पहले चरण में 33656 स्टूडेंट्स ने एडमिशन किया कंफर्म
- एलयू की इंजीनियरिंग विभाग में 92 प्रतिशत सीटें फुल
LUCKNOW : स्टेट एंट्रेंस एग्जाम (एसईई) की काउंसिलिंग का पहला चरण मंगलवार को पूरा हो गया। पहले चरण में बीटेक, एमबीए, एमसीए, बीआर्क, बीफार्मा समेत अन्य कोर्सेज में 33656 स्टूडेंट्स ने एडमिशन लिया। सबसे अधिक बीटेक में 22056 स्टूडेंट्स ने एडमिशन लिया है। दूसरे चरण की काउंसिलिंग 30 अक्टूबर से शुरू होगी। एकेटीयू के प्रवक्ता आशीष मिश्र ने बताया कि प्रदेश के तकनीकी एवं प्रबंधन संस्थानों में दाखिले के पहले चरण की काउंसिलिंग के लिए 54878 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया था, जिसमें 48251 छात्रों ने फीस जमा कराई थी। काउंसिलिंग में 46305 छात्रों ने अपने पसंद का कॉलेज व विषय का विकल्प भरा था। इसमें मंगलवार तक 33656 छात्रों को सीटें एलॉट कर दी गई। सीट आवंटित होने के बाद 21 नवंबर से छात्र कॉलेज में जाकर रिपोर्ट कर सकेंगे। यूनिवर्सिटी प्रशासन के अनुसार पिछले साल की अपेक्षा इस साल पहले चरण में अधिक प्रवेश लिए गए हैं।
बीफार्मा में ज्यादा रुझान
पहले चरण की काउंसिलिंग में छात्रों का रुझान सबसे ज्यादा बीफार्मा कोर्स में देखने को मिला। बीफार्मा कोर्स में 21050 छात्रों ने दाखिले के लिए आवेदन किया था। पहले चरण में 4060 स्टूडेंट्स ने अपनी सीट पक्की कर ली है। हालांकि बैचलर ऑफ वोकेशनल कोसरें में सिर्फ सात छात्रों ने ही दाखिले की प्रक्रिया पूरी की है।
इन कोसरें में इतनी सीटें हुई फुल
बीआर्क-331
बीटेक-22054
बीफार्मा-4060
एमबीए-2781
एमसीए-1160
बीटेक बायो- 717
बीवोक-7
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पहले चरण में भरी एलयू की इंजीनियरिंग की 92 फीसद सीटें
डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित यूपीएसईई-2020 की पहले चरण की काउंसिलिंग में लखनऊ यूनिवर्सिटी की इंजीनियरिंग संकाय की लगभग 92 फीसद सीटें भर गई हैं। एलयू के प्रवक्ता डॉ। दुर्गेश श्रीवास्तव का दावा है इस बार इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम में एलयू का दबदबा रहा है। प्रथम चरण की काउंसलिंग में ही कम्प्यूटर साइंस इंजीनियरिंग की 132 में 125 सीटें, सिविल इंजीनियरिंग की 66 में 57 सीटों का, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की 66 में 61 सीटों का, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग की 66 में 60 सीटों का, मैकेनिकल इंजीनियरिंग की 66 में 60 सीटों का और एमसीए की 33 में 31 सीटों का अलॉटमेंट हो गया। एलयू के इंजीनियरिंग संकाय में संचालित इंजीनियरिंग की विभिन्न पाठ्यक्रम में एडमिशन के लिए यूपीएसईई से ही सीटें भरी जानी हैं। उधर यूपीएसईई के पहले चरण में ही एलयू को सकारात्मक परिणाम देखने को मिला है।