40 करोड़ का कुल प्रोजेक्ट

10 करोड़ स्मार्ट सिटी से फंडिंग

30 करोड़ अमृत सिटी से मिलेगा

1 बार टेंडर निकाला जा चुका है

- स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत पहले बिछाई जानी थी पेयजल लाइन

- जल निगम दूसरी बार टेंडर निकालने की तैयारी कर रहा

LUCKNOW कैसरबाग की जनता को फिलहाल शुद्ध पेयजल के लिए अभी इंतजार करना होगा। इसकी वजह यह है कि जल निगम की ओर से पहली बार निकाले गए टेंडर में कोई खास रिस्पांस सामने नहीं आया था, जिसके बाद अब नए सिरे से री टेंडर करने की तैयारी चल रही है। सारी प्रक्रिया पूरी होने में एक से दो माह का समय लग सकता है। ऐसे में जनता को फिलहाल इंतजार करना होगा।

40 करोड़ का प्रोजेक्ट

स्मार्ट सिटी में शामिल इस प्रोजेक्ट की कुल कॉस्ट करीब 40 करोड़ थी, जिसमें 10 करोड़ रुपये स्मार्ट सिटी से दिया जाना था जबकि शेष 30 करोड़ रुपये अमृत सिटी से दिया जाना था।

5 लाख लोगों को लाभ

स्मार्ट सिटी अधिकारियों की मानें तो नई पेयजल लाइन बिछाने के बाद 5 लाख से अधिक लोगों को शुद्ध पेयजल संबंधी सुविधा का लाभ मिलेगा।

री टेंडर की तैयारी

प्रोजेक्ट को जल निगम की ओर से इंप्लीमेंट किया जाना है। महकमे की ओर से एक बार टेंडर भी निकाला जा चुका है, लेकिन प्रॉपर रिस्पांस सामने नहीं आया, जिसके बाद अब नए सिरे से टेंडर निकाला जा रहा है।

कैसरबाग एबीडी एरिया

दरअसल, स्मार्ट सिटी के तहत कैसरबाग को एबीडी एरिया के रूप में चिन्हित किया गया है। इस एरिया में सबसे पहले स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स को इंप्लीमेंट किया जाना है। हालांकि पार्को के डेवलपमेंट के अलावा अभी तक कई प्रोजेक्ट्स उक्त एरिया में इंप्लीमेंट नहीं हो सके हैं। स्मार्ट प्रोजेक्ट्स को रफ्तार जिसकी वजह से जनता को इनका लाभ नहीं मिल पा रहा है।

जनता को फायदा

पेयजल लाइन के बिछने के बाद जनता को शत प्रतिशत शुद्ध पेयजल मिलेगा। इसके साथ ही सीवर युक्त पानी की समस्या से भी हमेशा के लिए राहत मिल जाएगी। वहीं जिन इलाकों में रहने वाले लोगों को पानी लेने के लिए दूर जाना पड़ता था, उन्हें घर में ही शुद्ध पेयजल मिल सकेगा।

वर्जन

पेयजल लाइन के लिए जल निगम की ओर से नए सिरे से टेंडर निकालने की तैयारी की जा रही है। एबीडी एरिया (कैसरबाग) में रहने वाली जनता को जल्द ही शुद्ध पेयजल की सुविधा मिलेगी।

डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी, सीईओ, स्मार्ट सिटी