- शहीद पुलिसकर्मियों के परिजनों को किया सम्मानित

- कहा, राज्य सरकार हर संभव मदद उपलब्ध करायेगी

LUCKNOW : 'राज्य सरकार द्वारा अपराध एवं अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई गई है। इसी का नतीजा है कि प्रदेश भर में 96 दुर्दात पुरस्कार घोषित अपराधी पुलिस एनकाउंटर में ढेर कर दिये गए हैं। जबकि, 1631 अपराधी घायल हुए हैं.' यह कहना है प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ का, वे सोमवार को रिजर्व पुलिस लाइंस में पुलिस स्मृति दिवस पर आयोजित शोक परेड की सलामी लेने के बाद पुलिसकर्मियों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान सीएम योगी ने इस वर्ष शहीद हुए पांच पुलिसकर्मियों के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें भरोसा दिलाया कि राज्य सरकार हमेशा उनके साथ खड़ी है। इस मौके पर डिप्टी सीएम डॉ। दिनेश शर्मा, चीफ सेक्रेटरी आरके तिवारी, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी व डीजीपी ओपी सिंह मौजूद रहे।

प्रमोशन व भर्ती में बनाया रिकॉर्ड

कार्यक्रम की शुरुआत में सीएम योगी ने अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि देश के लिये अपना सर्वोच्च बलिदान करने वाले इन जवानों में यूपी पुलिस के पांच बहादुर कर्मी शामिल हैं। इन जवानों ने प्रदेश व पुलिस विभाग का गौरव बढ़ाया है। योगी ने कहा कि बीते एक साल में नॉन गजटेड 28 हजार 433 कर्मियों को प्रमोशन जबकि, 2866 दारोगा व 74 हजार 882 कॉन्सटेबल्स की भर्ती की गई। जो कि एक रिकॉर्ड है। उन्होंने बताया कि पुलिस फोर्स में कॉन्सटेबल, सब इंस्पेक्टर, प्लाटून कमांडर की 61 हजार 134 पदों पर सीधी भर्ती की प्रक्रिया जारी है।

एफआईआर करना आसान

सीएम योगी ने कहा कि आम लोगों को थाने जाने में होने वाली दिक्कतों को देखते हुए ई-एफआईआर की व्यवस्था शुरू की गई है। इसके लिये यूपी कॉप एप की व्यवस्था की गई है। इसके तहत पीडि़त व्यक्ति थाने पर जाए बिना घर बैठे ही एफआईआर दर्ज करा सकता है। आम नागरिकों को प्रदान की जाने वाली नागरिक सुविधाओं जैसे चरित्र सत्यापन, पोस्टमार्टम करपोर्ट, गुमशुदगी आदि के सुलभ प्रयोग भी किया जा सकता है। बताया कि फिलवक्त दो लाख से ज्यादा लोग इस एप का लाभ उठा रहे हैं। महिला सुरक्षा को लेकर सीएम योगी ने कहा कि महिलाओं की शिकायतों के तुरंत निस्तारण के लिये नियो एप तैयार किया गया है। इसके साथ ही महिला सशक्तिकरण के लिये पावर एंजेल योजना शुरू की गई। इसके तहत अबतक प्रदेश में करीब 15 हजार पावर एंजेल बनायी जा चुकी हैं। बालिकाओं व छात्राओं को सशक्त बनाने के लिये महिला सम्मान प्रकोष्ठ द्वारा 4500 छात्राओं को मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण प्रदान कर उन्हें जिलों में वालंटियर प्रशिक्षक के रूप में तैयार किया गया है।

बीते एक साल में कितने सम्मान

08 अधिकारियों व कर्मियों को राष्ट्रपति पुलिस पदक

129 अधिकारियों व कर्मियों को सराहनीय सेवा पुलिस पदक

05 अधिकारियों व कर्मियों को सीएम उत्कृष्ट सेवा पुलिस पदक

100 पुलिसकर्मियों को उत्कृष्ट सेवा सम्मान चिन्ह

400 पुलिसकर्मियों को सराहनीय सेवा सम्मान चिन्ह

1048 अधिकारियों व कर्मियों को डीजीपी प्रशंसा चिन्ह

आर्थिक सहायता

- 37.54 करोड़ रुपये सेना व अ‌र्द्धसैन्य बलों के परिजनों को मदद

- 03 करोड़ रुपये जिलों में नियुक्त पुलिसकर्मियों को उनकी सुख-सुविधाओं के लिये

- 04 करोड़ रुपये जिलों में नियुक्त पुलिसकर्मियों के कल्याण के लिये

- 86 लाख रुपये चिकित्सा प्रतिपूर्ति रिटायर्ड पुलिसकर्मियों को

- 2.34 करोड़ रुपये कार्यरत पुलिसकर्मियों की चिकित्सा प्रतिपूर्ति के लिये

- 55 लाख रुपये से छह मृत पुलिसकर्मियों के आश्रितों को पुलिस सैलरी पैकेज

- 1.46 करोड़ रुपये का पुलिसकर्मियों को कैशलेस इलाज

इन शहीदों को श्रद्धांजलि

नाम कहां शहीद हुए

इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह बुलंदशहर

हेड कॉन्स। सुरेश प्रताप सिंह गाजीपुर

कॉन्सटेबल हर्ष चौधरी अमरोहा

कॉन्सटेबल हरेंद्र सिंह संभल

कॉन्सटेबल बृजपाल सिंह संभल