लखनऊ (ब्यूरो)। पुराने लखनऊ को जल्द बड़ी राहत मिलने जा रही है। दरअसल, जल्द ही पक्के पुल के समानांतर फोर लेन नया पुल बनाने की तैयारी चल रही है, जिसका सीधा फायदा हजारों लोगों को मिलेगा। वहीं दूसरी तरफ, पुराने पुल पर हुई लोड टेस्टिंग की रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है। पीडब्ल्यूडी की ओर से पुल के आंतरिक ढांचे की जांच की जा रही है।

नए पुल की जरूरत

हाल में ही पीडब्ल्यूडी और आईआईटी रुड़की की टीम ने फोर लेन पुल को लेकर सर्वे किया था। कई बिंदुओं पर जांच पड़ताल के बाद फोर लेन पुल पर मुहर लग गई है। जिसके बाद इस पुल को लेकर कार्ययोजना बनाने का काम भी शुरू कर दिया गया है। इस फोर लेन पुल के बन जाने के बाद नए पक्का पुल और पुराने पुल पर व्हीकल लोड काफी हद तक कम हो जाएगा, जिसका सीधा फायदा पुल से गुजरने वाले हजारों लोगों को मिलेगा।

पुराना पुल हो चुका है जर्जर

करीब 109 साल पुराना पक्का पुल जर्जर अवस्था में पहुंच चुका है। यह मामला सामने आने के बाद पीडब्ल्यूडी की ओर से लोड टेस्टिंग कराई गई थी। यह टेस्टिंग करीब तीन दिनों तक चली थी। इस दौरान पुराने पुल से वाहनों का आवागमन बंद रखा गया था। लोड टेस्टिंग का काम पूरा होने के बाद पुराने पुल से छोटे वाहनों को जाने की परमीशन दे दी गई, लेकिन भारी वाहनों की एंट्री अभी बंद है। वहीं, पीडब्ल्यूडी की ओर से पुराने पुल के आंतरिक ढांचे के भी जांच शुरू कर दी गई है, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि पुल का आंतरिक ढांचा कितना मजबूत है।

नए पुल की तैयारी शुरू

आईआईटी रुड़की की टीम की ओर से नए पुल की आवश्यकता बताई गई थी। जिसके बाद ही पीडब्ल्यूडी और आईआईटी रुड़की टीम की ओर से संयुक्त सर्वे किया गया था। संयुक्त सर्वे की रिपोर्ट के आधार पर ही नए पुल को लेकर क्लियरेंस दिया गया है। यह नया पुल पुराने पुल से करीब 150 से 160 मी। की दूरी पर बनाया जाएगा।

जल संस्थान को भी पत्र

पुराने पुल की फुटपाथ से गुजर रही वॉटर लाइन को शिफ्ट करने के लिए भी जल संस्थान को पत्र लिखा गया है। इसकी वजह यह है कि लाइन में लीकेज होने के कारण सामने आने वाले पानी के रिसाव से पुल के आंतरिक ढांचे को नुकसान पहुंच रहा है। हालांकि, अभी साफ नहीं हुआ है कि कब तक लाइन शिफ्टिंग का कार्य किया जाएगा।

मुंशी पुलिया पर काम हुआ तेज

वहीं दूसरी तरफ, मुंशी पुलिया से पॉलीटेक्निक तक बन रहे फ्लाईओवर का काम भी युद्धस्तर पर किया जा रहा है। इसके साथ ही कलेवा चौराहे के पास अंडरपास दिए जाने की तैयारी की जा रही है। सेक्टर 25, इंदिरानगर चौराहे पर पुल के पिलर तैयार किए जा चुके हैैं। यहां पर ट्रैफिक मेनटेन करने के लिए कर्मचारियों की अतिरिक्त संख्या भी लगाई गई है।

इन पर भी काम जल्द शुरू

हाल में ही तीन रेल क्रॉसिंग पर ओवरब्रिज बनाने संबंधी प्रोजेक्ट को हरी झंडी मिली है। इन क्रॉसिंग में दिलकुशा इत्यादि शामिल हैं। रेल क्रॉसिंग पर ओवरब्रिज बन जाने से लोगों को क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम से भी मुक्ति मिल जाएगी और वो समय से अपनी मंजिल पर पहुंच सकेंगे। इसके साथ ही गोमतीनगर में भी क्लिफ को मंजूरी दी गई है।