- इंडिगो एयरलाइंस के विमान में सफर कर रहे यात्रियों ने बताई दास्तां

रुष्टयहृह्रङ्ख : इंडिगो एयरलाइंस का प्लेन जब शारजाह से उड़ा तो किसी को अंदाजा भी नहीं थाी कि वह सीधे लखनऊ ने रुक कर पाकिस्तान में लैंड करेंगा। जैसे ही शारजाह से मंडे रात 1:55 बजे फ्लाइट उड़ी तो अंदर कुछ देर में खामोशी छा गई।

घंटे भर में ही अफरातफरी मची

प्लेन के पैसेंजर्स ने बताया कि हर कोई लखनऊ आने से पहले एक नींद पूरी करने की कोशिश कर रहा था। अभी करीब एक घंटा ही बीता होगा कि अचानक अफरातफरी मच गई। आगे वाली सीट पर बैठे एक बुजुर्ग सीने को हाथ से दबाए थे। वह जोर-जोर कराह रहे थे। एयरलाइंस का क्रू स्टाफ बार-बार उनको उपचार देने की कोशिश कर रहा था। लेकिन, उनकी तबीयत सुधरने की जगह और बिगड़ रही थी।

हम पाकिस्तान के जिन्ना एयरपोर्ट पर उतर रहे हैं

अचानक बताया गया कि बीमार पैसेंजर को ट्रीटमेंट लिए हम पाकिस्तान के कराची स्थित जिन्ना एयरपोर्ट पर उतर रहे हैं। विमान उतरा तो यात्री को इलाज के लिए नीचे उतारा गया। लेकिन, हमको सीट पर ही बैठे रहने के लिए कहा गया। विमान के आसपास हथियारबंद पाकिस्तानी जवान तैनात थे। तीन घंटे संगीनों के साये में रहने के बाद भारत लौटने का समय आ गया। लेकिन, पीछे की सीट पर एक मृत यात्री भी था, जिसने कुछ देर पहले वतन वापसी के लिए हंसी-खुशी अपना सफर शुरू किया था। कराची के जिन्ना एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग के बाद से लखनऊ तक पहुंचे इंडिगो एयरलाइंस के विमान 6ई-1412 के यात्रियों के चेहरे पर एक खौफ साफ नजर आया।

कोट

हमको कराची में उतरने के बाद विमान से न उतरने की सलाह दी गई थी। करीब तीन घंटे तक विमान के आसपास बड़ी संख्या में सुरक्षा जवान तैनात रहे।

अशोक, पैसेंजर

अचानक एक यात्री की तबीयत बिगड़ी। सब लोग बहुत डर गए थे। कराची में डॉक्टर आए और पैसेंजर को ले गए। कुछ देर बाद बताया कि उनकी विमान में ही मौत हो गई थी।

सूरजपाल, पैसेंजर

तीन घंटे बाद पैसेंजर की डेड बॉडी को पीछे वाली सीट खाली कराकर वहां बैठाया गया। सीट बेल्ट बांधी गई। बॉडी के साथ करीब दो घंटे का सफर हुआ। डर तो बहुत लग रहा था, लेकिन यह एक इमरजेंसी घटना थी।

पवन, पैसेंजर