-गाजीपुर के मुंशी पुलिया में देररात 1.40 बजे की घटना

-ब्यूटी पार्लर की आड़ में सेक्स रैकेट चलाने के आरोप में जेल जा चुकी थी मृतका

-बारिश के दौरान खड़े ट्रक में घुसी एक्टिवा, मौके पर ही दम तोड़ा

LUCKNOW : गाजीपुर के मुंशी पुलिया चौराहे के करीब संडे देररात बेकाबू रफ्तार महिला और उसके नौकर की मौत का सबब बन गई। हादसे का शिकार हुई एक्टिवा पर माही अरोरा (27) और उसका नौकर राजेश (20) सवार थे, जो कि घर लौट रहे थे। इसी दौरान भारी बारिश के चलते उनकी एक्टिवा रोड किनारे खड़ी ट्रक में पीछे से जा घुसी। हादसा इतना दर्दनाक था कि वहां की सड़क खून से लाल हो गई। जानकारी मिलने पर पहुंची पुलिस ने बॉडी को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेजा। सोमवार सुबह मच्र्युरी पहुंचे माही के पति दमन अरोरा ने उन दोनों की शिनाख्त की। उल्लेखनीय है कि दमन और माही को हजरतगंज एरिया में ब्यूटी पार्लर की आड़ में सेक्स रैकेट चलाने के आरोप में अरेस्ट कर जेल भेजा गया था। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर इंक्वायरी शुरू कर दी है।

खाना लेकर लौट रहे थे

इंदिरानगर के खुर्रमनगर, पिकनिक स्पॉट रोड निवासी दमन अरोरा के मुताबिक, संडे रात करीब 12.30 बजे वह घर लौटे। घर पहुंचने पर पता चला कि गैस सिलिंडर खत्म होने की वजह से खाना नहीं बन सका। यह सुनते ही दमन ने नौकर राजेश को रुपये देकर मुंशी पुलिया के किसी रेस्टोरेंट से खाना लाने को कहा। इस पर उसकी वाइफ माही ने कहा कि वह राजेश के साथ जाकर अपनी पसंद का खाना पैक कराएगी। इसके बाद वे दोनों एक्टिवा से निकल गए।

होने लगी घनघोर बारिश

बताया जाता है कि मुंशी पुलिया चौराहे से पॉलिटेक्निक जाने वाली रोड पर स्थित एक रेस्टोरेंट से राजेश और माही ने खाना पैक कराया और वे दोनों वापस लौटने लगे। इसी दौरान अचानक जोरदार बारिश शुरू हो गई। राजेश ने बारिश शुरु होते ही एक्टिवा की स्पीड बढ़ा दी। इसी बीच रात करीब 1.40 बजे जब वे मुंशी पुलिया चौराहे के करीब पहुंचे, राकेश ने आगे चल रही बोलेरो को बाएं से ओवरटेक करने की कोशिश की। पर, वहां आगे एक खराब ट्रक रोड किनारे खड़ा था। यह ट्रक राजेश को नहीं दिखा और एक्टिवा बेहद तेजरफ्तार में ट्रक से भिड़कर नीचे जा घुसी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि राजेश और माही का शरीर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और वहां की सड़क खून से लाल हो गई।

डॉक्टर्स ने किया डेड डिक्लेयर

जोरदार टक्कर की आवाज सुनकर आसपड़ोस के लोग भागकर वहां पहुंचे और पुलिस कंट्रोल रूम को फोन पर घटना की सूचना दी। जानकारी मिलने पर एसओ गाजीपुर आलोक मणि त्रिपाठी हमराह फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और दोनों ट्रक के नीचे फंसे दोनों घायलों को इलाज के लिये लोहिया हॉस्पिटल पहुंचाया। जहां डॉक्टर्स ने उन दोनों को डेड डिक्लेयर कर दिया। हालांकि, पुलिस उन दोनों की शिनाख्त करने में नाकाम रही। जिसके बाद उन दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिये मच्र्युरी भेज दिया गया।

क्राइम ब्रांच से मिली लास्ट लोकेशन

दमन ने बताया कि रात करीब दो बजे तक वह माही और राजेश का इंतजार करता रहा। जब वे दोनों वापस नहीं लौटे तो उसने माही का मोबाइल फोन मिलाया। फोन स्विचऑफ था, जिसके बाद उसने राजेश का मोबाइल फोन डायल किया। यह नंबर भी स्विचऑफ मिलने पर दमन ने राजेश के गोमतीनगर एरिया में रहने वाले भाई विशाल को फोन किया। उसने भी राजेश के बारे में कोई इंफॉर्मेशन न होने की बात कही। दमन ने बताया कि पूरी रात वह और विशाल माही और राजेश को ढूंढते रहे, लेकिन उनका कोई पता न चल सका। दमन के मुताबिक, आखिरकार सोमवार सुबह क्राइम ब्रांच में तैनात उसके एक करीबी को उसने पूरी बात बताई। क्राइम ब्रांच कर्मी ने पड़ताल करने के बाद बताया कि माही की लास्ट लोकेशन मुंशीपुलिया चौराहे के पास थी। इसके बाद वह उसे ढूंढते हुए मुंशीपुलिया चौराहे पहुंचा। जहां देररात हुए हादसे के बारे में पता चला। जिसके बाद दमन पहले गाजीपुर थाने और उसके बाद मच्र्युरी पहुंचे। जहां उन्होंने उन दोनों की शिनाख्त की।