लखनऊ (ब्यूरो)। बचपन से ही बेटे आदित्य को पढ़ने का बहुत शौक था। बेटे की उम्र दो साल हुई तभी उसके पिता ने ठान लिया था, उसे भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) में भेजेंगे। इसके बाद उसे लगातार आईएएस बनने के लिए मोटिवेट करते थे। थोड़ा बड़ा हुआ तो अलीगंज सीएमएस में उसका एडमिशन करा दिया। स्कूल टाइम में भी वह बहुत अच्छा था। स्कूल के एग्जाम में भी हमेशा फर्स्ट आता था, लेकिन अब जब वह यूपीएससी में ऑल इंडिया टॉपर बना है तो बहुत खुशी हो रही है। यह कहना है यूपीएससी ऑल इंडिया टॉपर आदित्य श्रीवास्तव की मां आभा श्रीवास्तव का।

अंडर ट्रेनिंग आईपीएस

संघ लोक सेवा आयोग ने मंगलवार को सिविल सर्विस परीक्षा के परिणाम जारी कर दिए हैं। इस परीक्षा में पूरे देश में पहली रैंक आदित्य श्रीवास्तव ने पाई है। टॉप करने वाले आदित्य वर्तमान में हैदराबाद में आईपीएस की पिछले साढ़े पांच महीने से ट्रेनिंग कर रहे हैं। उनके पिता अजय श्रीवास्तव सेंट्रल ऑडिट डिपार्टमेंट में एएओ के पद पर कार्यरत हैं, जबकि एक छोटी बहन नई दिल्ली से सिविल परीक्षा की तैयारी कर रही है। आदित्य की मां आभा श्रीवास्तव हाउसवाइफ हैं। आदित्य का बचपन मवैया इलाके में बीता है।

खुद पर था भरोसा

आदित्य का घर एल्डिको सिटी में हैं। उनके पिता का कहना है कि आदित्य का हमेशा पढ़ाई पर फोकस रहा है। उसने कभी खुद को भटकने नहीं दिया, सिर्फ एक ही लक्ष्य पर फोकस किया था। पहली बार जब प्री में फेल हो गया था तो थोड़ा मायूस हुआ था पर उसे खुद पर भरोसा था। शुरुआती पढ़ाई सीएमएस अलीगंज में हुई। 12वीं पास करने के बाद आदित्य ने आईआईटी कानपुर से बीटेक किया और कुछ दिनों के लिए निजी कंपनियों में नौकरी करने के बाद पिछले साल आईपीएस और अब आईएएस परीक्षा पास की है।

बिना कोचिंग के आई पहली रैंक

पिता अजय श्रीवास्तव बताते हैं कि आदित्य ने आईएएस की तैयारी के लिए अलग से कोचिंग नहीं की है। सिर्फ जब दूसरी बार उसने यूपीएससी मेंस क्वालीफाई किया था तब मॉक इंटरव्यू के लिए दिल्ली में कुछ दिन कोचिंग करके गाइडेंस ली थी। आज जब उसका रिजल्ट आने वाला था तो घर में सुबह से ही इंतजार हो रहा था। दोपहर करीब डेढ़ बजे फिर आदित्य का कॉल आया, उसने वाट्सएप कॉल करके अपनी बहन को भी कांफ्रेस में जोड़ा, फिर बताया रिजल्ट तो आ गया पर इस बार लगता है कुछ गड़बड़ हो गई, मेरी रैंक दिख रही है, इतना सुनते ही हमारी खुशी का ठिकाना नहीं रहा।

दोस्तों ने कंधों पर उठाकर जाहिर की खुशी

आदित्य के टॉपर बनने के बाद सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक वीडियो वायरल हुआ। वीडियो की शुरुआत में दिख रहा है कि टॉपर और उनके साथी यूपीएससी परीक्षा का रिजल्ट जारी होने के बाद काफी खुश दिख रहे हैं। आदित्य के हाथ में फोन है, जिसके बाद उनके साथी उन्हें बधाई दे रहे हैं और फिर उन्हें कंधों पर उठाकर घूम रहे हैं। इस वीडियो को अब तक हजारों लोगों ने देखा है। साथ ही साथ हजारों यूजर्स ने इसे पसंद भी किया है।

सीएमएस स्कूल में खुशी की लहर

सीएमएस संस्थापिका-निदेशिका डॉ। भारती गांधी व सीएमएस प्रबंधक प्रो। गीता गांधी किंगडन ने आदित्य की सफलता पर खुशी जाहिर करते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की है। सीएमएस अलीगंज प्रथम कैम्पस की प्रिंसिपल ज्योति कश्यप ने कहा कि आदित्य हमेशा ही स्कूल का मेधावी छात्रा रहा है। वहीं, सीएमएस के सीपीआरओ हरि ओम शर्मा ने बताया कि आदित्य की प्राथमिक शिक्षा सीएमएस अलीगंज कैम्पस से हुई है। उच्च अंकों से आईएससी की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद आईआईटी कानपुर से बीटेक किया। वर्तमान में आदित्य पश्चिम बंगाल में अंडर ट्रेनिंग आईपीएस के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने बताया कि बीते वर्ष भी आदित्य ने 236वीं रैंक के साथ यूपीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण की थी, लेकिन टॉप पर आने के लिए एक बार फिर से परीक्षा दी।

आईएएस की तैयारी के लिए छोड़ी 40 लाख की नौकरी

आदित्य का यह तीसरा अटेम्प्ट था, पहली बार में उनका प्री में भी सिलेक्शन नहीं हुआ। आदित्य ने 2014 में लखनऊ के अलीगंज सीएमएस 12वीं किया था। जहां उनके 97.5 परसेंट मार्क्स आए थे। इसके बाद वर्ष 2019 में आईआईटी कानपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया। इसके बाद बेंगलुरु में अमेरिकी इन्वेस्टमेंट बैंक गोल्डमैन सैक्स में करीब डेढ़ साल नौकरी की इसके बाद 2021 में आईएएस की तैयारी के लिए 40 लाख रुपये पैकेज वाली नौकरी छोड़ दी थी। पिता ने बताया कि बेटा पढ़ाई के साथ-साथ क्रिकेट खेलना का शौकीन था।

10 घंटे लगातार पढ़ाई

मां ने कहा कि बेटे के पास होने के लिए उन्होंने व्रत रखा था। आदित्य से घरवालों को काफी उम्मीदें हैं। उसके घर आने पर उसे सबसे पहले मंदिर लेकर जाऊंगी। वहीं, उनके पिता का कहना था कि आईएएस बनने के लिए आदित्य 10 से 12 घंटे पढ़ाई करता था। उसने कोई कोचिंग नहीं ली है। सेल्फ स्टडी के दम पर वह आज इस मुकाम तक पहुंचा है।