लखनऊ (ब्यूरो) कॉमन यूनिवर्सिटी इंट्रेंस टेस्ट, सीयूईटी-2022 से ग्रेजुएशन में एडमिशन के लिए एक प्लेटफार्म पर सभी केंद्रीय यूनिवर्सिटी शामिल हुईं। परीक्षा में करीब 15 लाख के करीब बच्चे शामिल हुए और 16 सितंबर को परिणाम भी आ गया। हालांकि, परिणाम आने के बाद ग्रेजुएशन में एडमिशन के लिए आवेदन करने वाले कैंडीडेट्स की मुश्किलें बढ़ गई हैं, क्योंकि अभी तक मुख्य मेरिट जारी नहीं की गई है। सीयूईटी में शामिल सभी यूनिवर्सिटी ने रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू कर दी है। यूनिवर्सिटी की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया सिरदर्द बन गई है। कैंडीडेट्स को एडमिशन एक यूनिवर्सिटी में मिलेगा लेकिन सीट नहीं मिलने की डर से उन्हें चार-पांच यूनिवर्सिटी में रजिस्ट्रेशन करना पड़ रहा है। रजिस्ट्रेशन शुल्क के रूप में उनको 100 से 1000 रुपए तक भरना पड़ रहा है।

एक से अधिक यूनिवर्सिटी का चयन
सीयूईटी का परिणाम आने के बाद एनटीए की मेरिट का इंतजार है। जिससे आवेदनकर्ता कैंडीडेट्स को ग्रेजुएशन में एडमिशन मिलना है। कैंडीडेट्स ने आवेदन के समय में प्राथमिकता के तौर पर एक से अधिक यूनिवर्सिटी का चयन किया। अब ग्रेजुएशन के किस कोर्स में किस यूनिवर्सिटी में कैंडीडेट्स को सीट मिलेगी, ये अभी तय नहीं है। कैंडीडेट्स अच्छी यूनिवर्सिटी में सीट चाहता है और यूनिवर्सिटीज अपनी सीट भरना चाहती हैं, इसलिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू की गई है। सभी की फीस भी अलग-अलग है।

रजिस्ट्रेशन नहीं कराया तो साल खराब
एक तरफ यूनिवर्सिटी को अपनी सीट फुल करनी है तो वहीं छात्र सीट पाने की कोशिश कर रहे हैं। बीएससी के एक छात्र ने बताया कि प्राथमिकता सूची में छह यूनिवर्सिटी रखी थीं। अब अगर एक यूनिवर्सिटी में ही रजिस्ट्रेशन कराता हूं और काउंसलिंग में सीट नहीं मिलती है तो साल खराब हो जाएगा। इसलिए दिल्ली यूनिवर्सिटी, बीबीएयू, जामिया मिलिया और बीएचयू में रजिस्ट्रेशन कराया है। सभी जगह अलग-अलग रजिस्ट्रेशन फीस भरी है। यही कहानी अधिकांश कैंडीडेट्स की है। बड़ी संख्या में कैंडीडेट्स ने एक से अधिक यूनिवर्सिटी में रजिस्ट्रेशन शुल्क अदा किया है, जबकि छात्र को पता है कि एडमिशन एक ही यूनिवर्सिटी में मिलना है।

यूनिवर्सिटी में रजिस्ट्रेशन शुल्क
- बाबा साहब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय यूनिवर्सिटी-200 रुपए
- जामिया मिलिया इस्लामिया-500
- बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी-200
- दिल्ली यूनिवर्सिटी-250
- केंद्रीय यूनिवर्सिटी आंध्र प्रदेश-500
- केंद्रीय यूनिवर्सिटी राजस्थान-1000
- केंद्रीय यूनिवर्सिटी झारखंड-800
- केंद्रीय यूनिवर्सिटी कश्मीर-100
- गुरु घासी दास केंद्रीय यूनिवर्सिटी-250
- केंद्रीय यूनिवर्सिटी हिमाचल प्रदेश-500