लखनऊ (ब्यूरो)। डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी (एकेटीयू) 100 निजी कॉलेजों में इंक्यूबेशन सेंटर स्थापित करने के साथ-साथ प्रदेश के पॉलिटेक्निक कॉलेजों में भी इन्हें स्थापित करने की तैयारी कर रहा है। एकेटीयू न केवल सेंटर खोलेगा बल्कि उसको चलाने में मदद भी करेगा। दरअसल, इससे पहले विवि ने 100 निजी कॉलेजों में भी इंक्यूबेशन सेंटर खोलने की योजना बनाई थी। साथ ही उन कॉलेजों को आर्थिक सहायता देने की भी तैयारी की थी।

बुधवार को बैठक में हुई रूपरेखा तैयार

एकेटीयू के प्रवक्ता डॉ। पवन कुमार त्रिपाठी ने बताया कि प्रदेश सरकार उद्यमिता और नवाचार बढ़ाने के लिए लगातार कोशिश कर रही है। इसके लिए प्रदेश के अलग-अलग संस्थानों में 62 इंक्यूबेशन सेंटर खोले गए हैं। इस कड़ी को आगे बढ़ाते हुए प्रदेश के पॉलिटेक्निक कॉलेजों में भी इंक्यूबेशन सेंटर स्थापित करने की योजना है। पॉलिटेक्निक कॉलेजों में सेंटर स्थापना के साथ ही उसको चलाने में एकेटीयू का इनोवेशन हब भी सहयोग करेगा। कुलपति प्रो। जेपी पांडेय के मार्गदर्शन और प्रमुख सचिव प्राविधिक शिक्षा एम देवराज के निर्देशन में इन सेंटर्स को बनाने के लिए बुधवार को पॉलिटेक्निक कॉलेज के प्रिंसिपल के साथ इनोवेशन हब की टीम बैठक हुई। बैठक में सेंटर शुरू करने की रूपरेखा पर चर्चा की गयी। एसो डीन डॉ। अनुज कुमार शर्मा और इनोवेशन हब के हेड महीप सिंह ने प्रिंसिपल्स को इनोवेशन हब सेंटर की खासियत के बारे में बताया। साथ ही स्टार्टअप को मिलने वाली सुविधाओं, वित्तीय मदद, योजनाओं की भी जानकारी दी।

दूर-दराज के स्टूडेंट्स को मिलेगा फायदा

डॉ। त्रिपाठी के मुताबिक, इंक्यूबेशन सेंटर से स्टार्टअप को बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा पॉलिटेक्निक कॉलेजों में इंक्यूबेशन सेंटर बनने से प्रदेश के दूर-दराज और ग्रामीण क्षेत्रों में भी नवाचार और स्टार्टअप को ज्यादा अवसर मिलने लगेगा। बैठक में निदेशालय तकनीकी शिक्षा डॉ। एफआर खान, वंदना शर्मा, रितेश सक्सेना सहित पॉलिटेक्निक कॉलेजों के प्रिंसिपल जुड़े थे।

एकेटीयू लगातार दे रहा बढ़ावा

एकेटीयू इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स के इनोवेशन को बढ़ाता रहता है। विवि ने पॉलिटेक्निक कॉलेजों में सेंटर की स्थापना से पहले निजी कॉलेजों में भी इंक्यूबेशन सेंटर बनाने की कवायद की थी। इस योजना के तहत एकेटीयू से जुड़े 750 कॉलेजों में से 100 में सेंटर खोलने की योजना बनाई थी। राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेजों के अलावा यह 100 ऐसे निजी कॉलेज हैं, जिनमें 15 फीसदी कार्यक्रम एनबीए एक्रीडेटेड हों या संस्थान नैक एक्रीडेटेड। इन कॉलेजों को एकेटीयू चरणबद्ध तरीके से दो व पांच लाख का सहयोग भी करेगा, जिससे उनमें इनोवेशन का काम हो सके। मौजूदा समय में एकेटीयू से संबद्ध 15 राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेजों में इंक्यूबेशन सेंटर खुले हैं। जिनसे करीब 300 से अधिक स्टार्टअप्स रजिस्टर्ड हैं।