- लोहिया पथ पर साढ़े छह किलोमीटर की सियासी सैर ने दी सपा को 'ऑक्सीजन'

- ब्राह्मणों को हमराही बनने का न्योता, आजम के सहारे मुस्लिमों के लिए भी पसीना

रुष्टयहृह्रङ्ख : सत्ता के ट्रैक पर खूब रफ्तार से दौड़ी सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव की साइकिल का हैंडल अब अखिलेश यादव के हाथ में है। खुद ही राह के रोड़े हटाने हैं और साइकिल भी चलानी है। निस्संदेह डगर चुनौती भरी है तो अखिलेश का 'पालिटिकल स्टेमिना' भी कम नहीं। भाजपा के चौड़े विजय रथ के किनारे से लोकभवन तक साइकिल पहुंचाने के लिए संगठन कितना पैडल मार सकता है, यह गुरुवार को साइकिल यात्रा में दिखा। मंत्रोच्चार से ब्राह्मणों को हमराही बनाने के न्योते के साथ सांसद आजम खां के सहारे मुस्लिमों के लिए पसीना बहाकर वोटबैंक का अच्छा संतुलन भी सपा मुखिया ने दिखाया। पांच महीने बाद पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपनी साइकिल लेकर विक्रमादित्य मार्ग से निकले तो उसके पहले सियासी मौसम भांपा, जातीय समीकरणों के लिहाज से शगुन भी देखा। यादव वोटबैंक पर भरोसा है और इन दिनों कसरत ब्राह्मण वोट को लेकर है, इसलिए समाजवादी आंदोलन के लिए पंडित जनेश्वर मिश्र की जयंती को चुना, जो गुरुवार को थी। फिर समाजवादी आंदोलन के प्रणेता लोहिया के पथ को पकड़ा और जनेश्वर मिश्र पार्क तक पहुंचे। डेढ़ घंटे में पूरी की गई साढ़े छह किलोमीटर की इस साइकिल यात्रा का मकसद संगठन की ताकत दिखाने के साथ ही सत्ता की राह बनाना था।

सपा की आएंगी 400 सीटें : अखिलेश

साइकिल यात्रा से पहले अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार को हर मोर्चे पर नाकाम बताया। उन्होंने कहा कि अभी तक तो हम 350 सीट जीतने की बात करते थे, लेकिन प्रदेश की जनता की भाजपा से नाराजगी को देखकर अब लगता है कि सपा आगामी विधानसभा चुनाव में 400 सीटें जीत लेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग 'मेनिफेस्टो' नहीं, 'मनीफेस्टो' बनाते हैं।

तीन घंटे जाम रहा लोहिया पथ

रुष्टयहृह्रङ्ख (5 न्ह्वद्द): समाजवादी पार्टी की साइकिल रैली की वजह से गुरुवार को लोहिया पथ पर करीब तीन घंटे तक लंबा जाम लगा रहा। लोग चिलचिलाती धूप में पसीना बहाते रहे। रैली की जानकारी होने के बाद भी ट्रैफिक पुलिस ने कोई डायवर्जन जारी नहीं किया था। जानकारी के मुताबिक सुबह करीब 11 बजे पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव साइकिल से सपा प्रदेश मुख्यालय से निकले। इस दौरान बंदरिया बाग से लेकर कैंट फ्लाईओवर पर वाहनों को रोका गया, जिससे भीषण जाम लग गया।