लखनऊ (ब्यूरो)। डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी (एकेटीयू) अपने स्टूडेंट्स के रिजल्ट को और सुविधाजनक बनाने की तैयारी कर रहा है। एकेटीयू चैलेंज इवैल्यूशन की जगह रीवैल्यूएशन की व्यवस्था शुरू करने का काम कर रहा है। दरअसल, चैलेंज इवैल्यूशन में कई बार नंबर कम होने से स्टूडेंट्स को नुकसान होता है। इस नुकसान से स्टूडेंट्स को बचाने के लिए एक नई व्यवस्था को अपनाने पर विचार किया जा रहा है। एकेटीयू के अधिकारियों के मुताबिक, अकेडमिक काउंसिल की बैठक में प्रस्ताव रखा जाएगा। परीक्षा नियंत्रक के मुताबिक, अकेडमिक काउंसिल में सहमति बनने पर प्रस्ताव को राजभवन भेजा जाएगा। वहां से मंजूरी मिलने पर व्यवस्था लागू की जाएगी। इस व्यवस्था के तहत स्टूडेंट्स चैलेंज इवैल्यूशन की जगह रीवैल्यूएशन कर सकेंगे।

नंबर बढ़ने की जगह हो जाते हैं कम

एकेटीयू में चैलेंज मूल्यांकन के लिए हर साल हजारों की तदाद में स्टूडेंट्स फॉर्म भरते हैं। इनमें से 25 से 30 फीसदी स्टूडेंट्स के नंबर बढ़ने की बजाय कम हो जाते हैं। नियम के अनुसार, कॉपी चेक होने पर नंबर बढ़ने के साथ ही कम होने पर घटा भी दिए जाते हैं, जबकि रीवैल्यूएशन में कॉपी चेक करने पर नंबर बढ़ते तो हैं, लेकिन कम नहीं किए जा सकते। एकेटीयू में रिजल्ट के बाद स्टूडेंट्स लगातार पुरानी व्यवस्था को लेकर आपत्ति जताते आए हैं। इसी के मद्देनजर नई व्यवस्था शुरू करने पर जोर दे रहा है।

9 से एग्जाम प्रस्तावित रिजल्ट का पता नहीं

एकेटीयू में सेमेस्टर एग्जाम 9 जनवरी से प्रस्तावित हैं। लेकिन अभी तक एकेटीयू की ओर से कैरी ओवर और चैलेंज इवैल्यूशन का रिजल्ट जारी नहीं किया है। अक्टूबर में चैलेंज मूल्यांकन के बावजूद अब तक पूरा रिजल्ट नहीं आ सका है। वहीं, जून और जुलाई में हुई कैरीओवर परीक्षा के नतीजे भी अब तक जारी नहीं हो सके हैं। पटरी से उतरी परीक्षा व रिजल्ट की व्यवस्था का खामियाजा स्टूडेंट्स भुगत रहे हैं। स्टूडेंट्स उलझन में हैं कि एग्जाम फॉर्म भरें या नहीं। एकेटीयू में नियमित परीक्षा एजेंसी नहीं होने से रिजल्ट जारी करने में दिक्कत आ रही है।