लखनऊ (ब्यूरो)। आलमबाग इंस्पेक्टर अमरनाथ विश्वकर्मा ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर एसीपी आलमबाग विक्रम सिंह के साथ पुलिस टीम ने मधुबन नगर स्थित एक घर में छापेमारी की। जहां एक महिला सेक्स रैकेट संचालित कर रही थी। पुलिस टीम ने मौके से संचालिका समेत सात युवतियों को गिरफ्तार किया। वहीं प्रयागराज निवासी एजेंट हर्षित पांडेय और उन्नाव निवासी मुकेश पाल को गिरफ्तार किया गया। रैकेट से जुड़े अन्य लोगों के विषय में जानकारी जुटाई जा रही है।

हर दूसरे महीने बदलती थी ठिकाना
पुलिस पूछताछ में सेक्स रैकेट संचालिका ने बताया कि पुलिस और क्षेत्रीय लोगों की निगाह इन पर न पड़े इसके चलते हर दूसरे महीने ठिकाना बदल लेती थीं। ग्राहक लाने का काम एजेंट करते थे। जो ग्राहक एक बार आता था वह फोन नंबर से संपर्क में रहता था और उसे ठिकाना बदलने का संदेश भेज दिया जाता था ताकि काम पर कोई फर्क नहीं पड़े।

आसपास के जिलों की हैं कॉलगर्ल
पुलिस सूत्रों के मुताबिक पकड़ी गई अधिकतर लड़कियां शहर में काम की तलाश में आई थीं। यह लड़कियां अपने शौक पूरे करने और शादी के लिए पैसा जुटाने के लिए किसी भी कीमत को चुकाने को तैयार थीं। जिसका फायदा उठाकर सेक्स रैकेट संचालिका ने इन्हें टेलीकॉलर की नौकरी की जगह कॉल गर्ल की नौकरी शुरू करा दी। यह लड़कियां उन्नाव, प्रयागराज, गोरखपुर, बहराइच आदि जिलों की हैं।


गैैंगरेप की घटना के बाद एक्टिव हुई पुलिस
आलमबाग में युवती से गैैंग रेप की घटना के बाद पुलिस एक्टिव हुई। स्थानीय लोगों ने पहले भी कई बार एरिया में सेक्स रैकेट की शिकायत पुलिस से की थी। बीजी रेलवे कॉलोनी के साथ-साथ मधुबन नगर व आस-पास के कई इलाकों में रैकेट संचालित किया जा रहा था। गैैंगरेप की घटना में फरार रैकेट संचालिका को पुलिस अभी गिरफ्तार नहीं कर सकी है। इसके अलावा इंदिरा नगर, चिनहट समेत कई इलाकों में स्थानीय लोगों ने सेक्स रैकेट की शिकायत पुलिस से की है।